ओवैसी ने कहा पीएम मोदी से डरती है शिवसेना, जवाब मिला- हद में रहें, मंदिर वहीं बनेगा!
By आदित्य द्विवेदी | Published: October 20, 2018 02:22 PM2018-10-20T14:22:37+5:302018-10-20T14:22:37+5:30
राष्ट्रीय स्वयं स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर वाले बयान के बाद राजनीति तीखी हो चली है। शिवसेना और ओवैसी के बीच वाद-विवाद जारी है।
नई दिल्ली, 20 अक्टूबरःराम मंदिर के मुद्दे पर असदुद्दीन ओवैसी और शिवसेना नेताओं में बहस तीखी हो चली है। शनिवार को ओवैसी ने शिवसेना पर तंज कसते हुए कहा, 'शिवसेना पीएम मोदी से डरती है इसीलिए संपादकीय लिखकर अपनी कायरता छुपाने की नई जुगत लगा ली है। मेरा उनसे निवेदन है कि संपादकीय लिखना बंद करें और मोदी मोदी-फडणवीस गठबंधन से किनारा कर लें। मैं साबित कर सकता हूं कि मेरे पूर्वज भारत से हैं।'
एआईएमआईएम प्रमुख की लगातार बयानबाजी पर जवाब देते हुए शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, 'ओवैसी को हैदराबाद तक सीमित रहना चाहिए। राम मंदिर अयोध्या में बनेगा ना कि हैदराबाद, पाकिस्तान या ईरान में। ओवैसी जैसे लोग अपनी राजनीति से मुस्लिमों को गुमराह कर रहे हैं। ऐसी राजनीति से भविष्य में भारी नुकसान होगा।'
Shiv Sena is scared of PM Modi & to cover up their cowardice they have devised this new theory of only writing editorials. My request to them is to stop writing editorials & leave the Modi & Fadnavis govt. I can prove to you that my ancestors are from India: Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/7WUlGlbHQ7
— ANI (@ANI) October 20, 2018
शिवसेना की मांग- राम मंदिर पर बने कानून
शिवसेना ने केंद्र सरकार से राम मंदिर पर कानून बनाने की मांग की है। संजय राउत ने कहा कि कोर्ट से राम मंदिर मामला नहीं सुलझ सकता। फिलहाल हमारे पास बहुमत है इसलिए मोदी जी को राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए।
If a law in not made today, it will never be made later. Today, we have majority, we don't know what will be the situation after 2019 elections. Court cannot solve the Ram Temple issue, it's a matter of faith. It is a matter of political will power &Modi ji can do it: Sanjay Raut pic.twitter.com/qTZGca9sDL
— ANI (@ANI) October 20, 2018
आरएसएस प्रमुख ने शुरू की बहस
दशहरा उत्सव के वार्षिक संबोधन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर बनाने के राजनीतिक संकल्प को दोहराया था। उन्होंने कहा कि राम मंदिर मसले पर राजनीति खत्म कर जरूरत पड़ने पर कानून लाना चाहिए।