निचली अदालत के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंचा पूर्व जेएनयू छात्र शरजील इमाम, भाषण देने और हिंसा भड़काने का है आरोप
By सुमित राय | Published: May 11, 2020 02:32 PM2020-05-11T14:32:13+5:302020-05-11T14:54:18+5:30
देशद्रोही भाषण देने और हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम निचली अदालत के पुलिस को जांच पूरी करने के लिए समय देने के आदेश के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंचा है।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का पूर्व छात्र शरजील इमाम निचली अदालत के पुलिस को जांच पूरी करने के लिए समय देने के आदेश के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंचा है। शरजील इमाम पर भड़काऊ भाषण देने व हिंसा भड़काने का आरोप है और अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज है।
शरजील इमाम को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के दौरान 28 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने भड़काऊ भाषण देने और हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की थी।
शरजील इमाम का एक कथित भड़काऊ भाषण का वीडियो वायरल हुआ था, जो 13 दिसंबर का बताया गया था। जांच के दौरान सबूतों के आधार पर पुलिस ने शरजील इमाम के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए (राजद्रोह) और 153 ए ( धर्म, भाषा, नस्ल वगैरह के आधार पर लोगों में नफरत फैलाना) लगाई थी।
जेएनयू से की है मॉडर्न इंडियन हिस्ट्री की पढ़ाई
शरजील इमाम बिहार के जहानाबाद के काको का रहने वाला है, लेकिन गांव में वह कभी नहीं रहा। अपनी फेसबुक प्रोफाइल में उसने खुद को जेएनयू में मॉडर्न इंडियन हिस्ट्री (आधुनिक भारतीय इतिहास) का छात्र बताया है। शरजील का शैक्षणिक बैकग्राउंड काफी बेहतर रहा है और उसने मुंबई से आईआईटी करने के बाद वह उसी कॉलेज में टीचिंग असिस्टेंट का काम कर चुका है। इसके अलावा शरजील इमाम ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगेन में भी नौकरी की है।
जदयू के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं शरजील के पिता
शरजील का फैमिली बैकग्राउंड पॉलिटिकल रहा है और उसके पिता अरशद इमाम जदयू के कद्दावर नेता थे। शरजील के पिता अरशद साल 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव में जहानाबाद से जदयू के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे। पिता की मौत के बाद शरजील का भाई मुजम्मिल स्थानीय राजनीति में सक्रिय है और चाचा भी जदयू के प्रखंड स्तर के नेता हैं।