सचिन तेंदुलकर को शरद पवार की सलाह, किसानों के बारे में बोलने के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए
By अनुराग आनंद | Published: February 7, 2021 07:14 AM2021-02-07T07:14:37+5:302021-02-07T07:17:43+5:30
पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि सचिन को अपने क्षेत्र से बाहर की बातों को बोलने से पहले सोचना चाहिए। खासकर देश के किसानों के बारे में किसी को भी कुछ बोलने से पहले विचार करना चाहिए।
पुणे: राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि मशहूर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को किसानों के बारे में बोलने के दौरान काफी सावधानी बरती चाहिए। अमेरिकी गायिका रिहाना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग सहित कुछ विदेशी शख्सियतों के प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में ट्वीट के बाद तेंदुलकर और प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर सहित विभिन्न हस्तियों ने सोशल मीडिया पर ‘‘इंडिया टुगैदर’’ और ‘‘इंडिया अगेन्स्ड प्रोपेगैंडा’’ हैश टैग से सरकार के रुख के समर्थन में ट्वीट किए थे।
तेंदुलकर और मंगेशकर जैसी हस्तियों की ओर से किसान आंदोलन के संबंध में प्रतिक्रिया दिए जाने के सवाल पर पवार ने कहा कि लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सचिन तेंदुलकर को सुझाव दूंगा कि उन्हें अन्य क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर बयान देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।’’
पवार ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसानों को खालिस्तानी और आतंकवादी कहकर आंदोलन को बदनाम कर रही है। पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, ‘‘ ये प्रदर्शनकारी किसान हैं जोकि हमारे देश का पेट भरते हैं। इसलएि, इन्हें खालिस्तानी या आतंकवादी कहना उचित नहीं है।’’
इससे पहले राजद नेता शिवानंद तिवारी ने सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न देने को बताया गलत, खड़े किए सवाल-
किसान आंदोलन से जुडे़ सचिन तेंदुलकर के एक ट्वीट के बाद बिहार में सियासी घमासान शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन को लेकर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर द्वारा किये गए ट्वीट के बाद राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने अपने एक बयान में सचिन को भारत रत्न दिए जाने की बात पर ही सवाल खडे़ कर दिए हैं। उन्होंने सचिन के बयान पर सख्त ऐतराज जताया है।
शिवानंद तिवारी ने सचिन की आलोचना करते हुए यहां तक कह डाला कि उन्हें भारत रत्न देने का फैसला सही नहीं था। ऐसे लोगों को भारत रत्न देने से इस सम्मान का अपमान हो रहा है। शिवानंद तिवारी ने कहा कि देश में जो किसान आंदोलन चल रहा है, उसे लेकर ट्विटर पर राजनीति शुरू हो गई है। सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है तो उन्हें अपनी गरिमा बनाकर रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस शख्स को भारत रत्न दिया गया है वह तरह तरह के उत्पादों का प्रचार करता है और मॉडल बन गया है जो कि भारत रत्न का अपमान है।
सरकार को लता, सचिन की प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाना चाहिए: राज
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को आंदोलनरत किसानों के समर्थन में ट्वीट करने वाली विदेशी हस्तियों पर पलटवार के लिए चलाए गए अपने अभियान में लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को नहीं उतारना चाहिए था। ऐसे में इन हस्तियों को भी सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि अगर अमेरिकी गायिका रिहाना और अन्य हस्तियों का नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करना भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने जैसा था, तो डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा भी परेशानी भरा था।
राज ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ केंद्र को लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को उसके रुख के समर्थन में ट्वीट करने के लिए नहीं कहना चाहिए था और उनकी प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाना चाहिए था। अब उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रॉलिंग का सामना करना पड़ेगा। ’’
(एजेंसी इनपुट)