शरद पवार ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा- "विपक्षी दल जांच एजेंसियों के डर से सरेंडर करने वाले नहीं हैं, भ्रम में न रहे"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 5, 2022 03:11 PM2022-06-05T15:11:05+5:302022-06-05T15:16:18+5:30
केंद्र पर ईडी सहित केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र के वयोवृद्ध राजनेता शरद पवार ने कहा कि वो ऐसे प्रपंचों से डरने वाला नहीं है, केंद्र यह बात अच्छे से समझ ले।
मुंबई: देश के वयोवृद्ध राजनेता, पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर जबरदस्त हमला किया है।
शरद पवार ने कहा कि भाजपा इस मुगालते को न पाले कि वो केंद्रीय जांच एजेंसियों का भय दिखाकर विपक्षी दलों को डरा लेगी। केंद्र शक्तियों का दुरुपयोग कर रहा है लेकिन इस वजह से वो राजनीतिक विरोधियों को झुका नहीं सकता है।
देश के रक्षा मंत्री रह चुके शरद पवार ने यह बात प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कही।
वरिष्ठ मराठा नेता पवार ने कहा, "वो (केंद्र) जो कर रहे हैं, सही नहीं है। उन्हें भ्रम है कि ऐसा करके वो राजनीतिक विरोधी को सरेंडर करने पर मजबूर कर देंगे, लेकिन याद रखें, उन्होंने मुझे भी ईडी का नोटिस भिजवाया था, क्या हुए?, मैंने फौरन फैसला किया कि मैं नोटिस मिलने की अगली सुबह ईडी के दफ्तर जाऊंगा। इसके बाद ईडी के अधिकारी ही मेरे पास आये और बोले मैं वहां न जाऊं।"
शरद पवार ऐसे प्रपंचों से डरने वाला नहीं है, वो ये बात अच्छे से समझ लें। उन्होंने कहा कि अगर हम पाक-साफ हैं, अपनी बात पर अटल हैं तो हमें इस तरह के दमन से डरने की कोई जरूरत नहीं है। हमें ऐसे अन्याय के खिलाफ डटकर खड़े होने की जरूरत है।
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार का गठन करके भाजपा को प्रदेश की सत्ता से बाहर करने वाले शरद पवार ने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि इनके नेताओं ने जीवन में कभी किसी संघर्ष का सामना नहीं किया इसलिए इन्हें लगता है कि उनकी तरह, दूसरे भी कठिनाईयों का सामना नहीं कर पाएंगे।
मालूम हो कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनवाने वाले शरद पवार की पार्टी के दो नेता, जो महाराष्ट्र की उद्धव सरकार से जुड़े थे।
उन्हें ईडी के आरोपों के कारण जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा है। इनमें से एक महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख है, जबकि दूसरे नेता नवाब मलिक हैं, जिनके जेल जाने के बाद भी महाराष्ट्र सरकार ने मंत्री पद का ओहदा वापस नहीं लिया है।
एनसीपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं पर मनी लांड्रिंग के मामले में केंद्रीय एजेंसी ने कार्रवाई की है। अनिल देशमुख पर आरोप है कि उन्होंने अपने एजुकशनल ट्रस्ट के जरिए पैसों की कथित हेराफेरी की।
वहीं नवाब मलिक पर आरोप है कि उन्होंने कथिततौर पर देश के सबसे कुख्यात भगोड़े दाउद इब्राहिम के जरिये मनी लांड्रिंग की। दोनों ही शरद पवार के बेहद चहेते हैं और फिलहाल जेल में बंद हैं।
केंद्र पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाने के साथ ही शरद पवार ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की जमकर तारीफ भी की। पवार ने महाराष्ट्र के गन्ना किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के लिए केंद्रीय मंत्री गडकरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि चीनी उद्योग के सामने आ रही मुश्किलों को दूर करने के लिए नितिन गडकरी विशेष धन्यवाद के हकदार हैं। वो महाराष्ट्र के किसानों के प्रचि विशेष दयालुता रखते हैं और इसके लिए महाराष्ट्र के किसान उनके आभारी हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)