छत्तीसगढ़ में ग्राम पंचायत स्तर पर स्थापित होंगे पृथक-वास केंद्र
By भाषा | Published: April 10, 2021 09:49 PM2021-04-10T21:49:47+5:302021-04-10T21:49:47+5:30
रायपुर, 10 अप्रैल छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर पृथक-वास केंद्र की स्थापना की जाएगी।
राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर पृथक-वास केंद्र की स्थापना की जाएगी। राज्य के पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर पृथक-वास केंद्र की स्थापना के संबंध में दिशा निर्देश जारी किया है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस से बचाव, रोकथाम तथा नियंत्रण के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गांवों में बाहर से आने वाले व्यक्तियों के लिए पृथक-वास केंद्र बनाया जाएगा। यह पृथक-वास केंद्र गांव से बाहर होगा। पृथक-वास केंद्र की निगरानी के लिए गांव के स्व-सहायता समूह, युवा समिति, रामायण भजन मंडली तथा कोविड-19 के लिए गठित निगरानी समिति और अन्य स्थानीय समिति की मदद ली जाएगी।
उन्होंने बताया कि पृथक-वास केंद्र में शौचालय की व्यवस्था की जाएगी और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया जाएगा। पृथक-वास केंद्र के लिए मास्क, सैनेटाइजर, साबुन, पत्तल जैसे सामानों की खरीदारी जिले के स्थानीय स्व-सहायता समूह से की जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि पृथक-वास केंद्र में रहने वाले लोगों को किसी भी स्थिति में परिसर से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा तथा उनके परिवार के सदस्यों को वहां प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। केंद्र में भजन-कीर्तन, खेलकूद, योग, प्रशिक्षण जैसी सामुदायिक गतिविधियां नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि जिन भवनों में 12वीं कक्षा की परीक्षा आयोजित की जाएगी उन भवनों का चयन पृथक-वास केंद्र के लिए नहीं किया जाएगा। पृथक-वास केंद्र में किसी को सर्दी-बुखार या इस तरह का कोई अन्य लक्षण दिखाई देने पर तत्काल उसकी जांच कराई जाएगी। कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाने पर उन्हें ‘आइसोलेशन सेंटर’ या ‘कोविड केयर सेंटर’ में भर्ती कराया जाएगा।
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