एनसीपी में शामिल होने के ऑफर पर शशि थरूर ने दिया जवाब, पार्टी छोड़ने वाली बात को लेकर कांग्रेस नेता ने कही यह बात
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 5, 2022 06:51 PM2022-12-05T18:51:48+5:302022-12-05T19:40:00+5:30
केरल के अध्यक्ष पीसी चाको ने सोमवार को कांग्रेस सांसद शशि थरूर को एनसीपी में शामिल होने का दिया ऑफर था जिसके बदले शशि थरूर ने दिया जवाब दिया है और कहा है कि वे कांग्रेस को छोड़कर एनसीपी में नहीं जा रहे है।
कोच्चि:कांग्रेस सांसद शशि थरूर को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का ऑफर मिला है। यह ऑफर सोमवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के केरल अध्यक्ष पीसी चाको ने दिया है।
ऐसे में पीसी चाको द्वारा दिए गए इस ऑफर पर कांग्रेस नेता का जवाब भी आया है।
शशि थरूर ने बयान जारी कर यह साफ कर दिया है कि वह एनसीपी में शामिल हो रहे है कि नहीं। ऐसे में कुछ कांग्रेस नेताओं का यह दावा है कि थरूर 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए खुद को मुख्यमंत्री पद के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।
पीसी चाको को दिया कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने जवाब
चाको के इस बयान के बाद शशि थरूर ने पुष्टी की कि वह एनसीपी नहीं जा रहे हैं, शशि थरूर ने मीडिया से बात करते हुए कहा "अगर मैं वहां जा रहा हूं तो मेरा स्वागत किया जाना चाहिए, लेकिन मैं एनसीपी में नहीं जा रहा हूं। मेरी इस बारे में पीसी चाको के साथ कोई बात नहीं हुई है।
इससे पहले कन्नूर जिले में पत्रकारों से बात करते हुए चाको ने कहा कि "अगर कांग्रेस सांसद शशि थरूर एनसीपी में आते हैं, तो हम उनका गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि शशि थरूर तिरुवनंतपुरम के सांसद बने रहेंगे भले ही कांग्रेस पार्टी उन्हें अस्वीकार कर दे। मुझे नहीं पता कि कांग्रेस थरूर को क्यों नजरअंदाज कर रही है।"
पार्टी नेताओं ने लगाया था गुटबाजी का आरोप
बता दें शशि थरूर कुछ दिन पहले ही केरल दौरे पर थे। जहां उन्होंने मलप्पुरम में कांग्रेस गठबंधन की प्रमुख सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेताओं से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही यह चर्चा शुरू हो गई थी कि पार्टी में थरूर अपना नया गुट खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने दावा किया था कि सांसद शशि थरूर 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए खुद को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि माकपा के नेतृत्व वाले शासन को खत्म किया जा सके। हालांकि थरूर ने इन चर्चाओं पर विराम लगाने की कोशिश की थी और कहा था कि मुझसे किसी को डरने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि राज्य कांग्रेस के अंदर उन्हें कोई भी ग्रुप बनाने में कोई भी दिलचस्पी नहीं है।