राहुल गांधी के इस्तीफे की औपचारिक घोषणा के बाद कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को कहा कि गांधी ने भले ही पार्टी अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया हो, लेकिन वह उनके नेता बने रहेंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राहुल गांधी का अपने इस्तीफ के बारे में दिया गया बयान कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ताओं को भावनात्मक रूप से छूने वाला है।
सभी वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की इच्छा थी कि वह अध्यक्ष बने रहें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल जी ने चुनाव में पार्टी का बेहतरीन ढंग से नेतृत्व किया। पार्टी की हार के कारण उनके नेतृत्व के प्रति हमारे प्रेम और सम्मान में कोई कमी नहीं आई है।’’
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि राहुल गांधी जी अध्यक्ष बने रहें क्योंकि हम उनके संघर्ष को जानते हैं।’’ पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘‘ उन्होंने भले ही इस्तीफा दे दिया है, लेकिन वह नेता बने रहेंगे।’’
लोकसभा चुनाव के बाद से अपने इस्तीफे को लेकर एक महीने से बनी असमंजस की स्थिति पर पूर्णविराम लगाते हुए गांधी ने बुधवार को त्यागपत्र की औपचारिक घोषणा कर दी और कहा कि पार्टी के ‘भविष्य के विकास’ के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है।
चुनावी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) को यह सुझाव भी दिया कि नया अध्यक्ष चुनने के लिए एक समूह गठित किया जाए क्योंकि उनके लिए यह उपयुक्त नहीं है कि वह इस प्रक्रिया में शामिल हों।
कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे से निराश हूं : अमरिंदर सिंह
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे पर बुधवार को निराशा जताई और कहा कि उन्हें आम चुनाव के दौरान प्रदर्शित उत्साह और भावना के साथ पार्टी का नेतृत्व करना जारी रखना चाहिए था।
गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से बुधवार को औपचारिक रूप से इस्तीफा दे दिया और कहा कि वह लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए जिम्मेदार हैं तथा पार्टी की भविष्य की बेहतरी के लिए जवाबदेही महत्वपूर्ण है।
लोकसभा चुनाव परिणाम के दो दिन बाद 25 मई को इस संबंध में गांधी ने अपना इरादा व्यक्त कर दिया था। अमरिंदर ने कहा कि हार के लिए गांधी अकेले जिम्मेदार नहीं हैं। पार्टी के नेताओं ने लोकसभा चुनाव में हार के लिए सामूहिक जिम्मेदारी साझा की थी।
उन्होंने कहा कि एक चुनावी हार गांधी की ‘‘संपूर्ण नेतृत्व क्षमता’’ को परिभाषित नहीं कर सकती। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि सामूहिक हार के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराना गांधी के लिए उचित नहीं है। लोकसभा चुनाव से कुछ ही महीने पहले पार्टी ने तीन राज्यों में प्रभावी जीत दर्ज की थी।
उन्होंने कहा कि गांधी के परिपक्व और गतिशील नेतृत्व में पार्टी निश्चित ही पुन: उठ खड़ी होती।