"महाराष्ट्र का इतिहास न जानने वाले गर्वनर को कहीं और भेजें", शिवाजी पर दिए बयान से नाराज शिंदे गुट के विधायक की मांग
By रुस्तम राणा | Published: November 21, 2022 07:47 PM2022-11-21T19:47:41+5:302022-11-21T19:57:53+5:30
संजय गायकवाड ने कहा "राज्यपाल को छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों को समझना चाहिए, कभी उम्र नहीं होती है और उनकी तुलना किसी अन्य महान व्यक्ति से नहीं की जा सकती है।
मुंबई: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के एक विधायक ने छत्रपति शिवाजी के बारे में अपनी टिप्पणी के बाद केंद्र सरकार से राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को राज्य से बाहर करने की मांग की है। संजय गायकवाड ने कहा "राज्यपाल को छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों को समझना चाहिए, कभी उम्र नहीं होती है और उनकी तुलना किसी अन्य महान व्यक्ति से नहीं की जा सकती है ... केंद्र में भाजपा नेताओं से मेरा अनुरोध है कि एक ऐसे व्यक्ति को जो राज्य के इतिहास को नहीं जानता है उसे कहीं और भेजा जाए।
राज्यपाल के कारण दोनों पार्टियों के पैदा होंगे मतभेद: गायकवाड
शिंदे गुट के विधायक का स्पष्ट हमला कोश्यारी की टिप्पणी के तीन दिन बाद आया है, और इसमें भाजपा के लिए एक अस्पष्ट धमकी भी शामिल है। मराठी ट्वीट के अनुवाद में कहा गया है, "केंद्रीय वरिष्ठों को ध्यान देना चाहिए कि राज्यपालों के कारण ... दोनों पार्टियों के बीच मतभेद पैदा होंगे।"
राज्यपाल ने छत्रपति शिवाजी को बताया था गुजरने जमाने का हीरो
गौरतलब है कि कोश्यारी द्वारा शिवाजी को 'अतीत के नायक' कहे जाने के बाद शनिवार को शिवाजी को लेकर विवाद छिड़ गया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को समकालीन 'नायक' बताते हुए उन्होंने कहा, "जब हम स्कूल में थे तो शिक्षक हमसे हमारे पसंदीदा नेताओं के बारे में पूछते थे..महाराष्ट्र ऐसे बड़े नेताओं से भरा पड़ा है..शिवाजी गुजरे जमाने के हीरो बन गए हैं।"
इससे पहले भी कोश्यारी ने दिया था विवादित बयान
इससे पहले भी राज्यपाल के एक बयान को लेकर हंगामा हुआ था। कुछ समय पहले उन्होंने कहा था कि गुजराती और राजस्थानी कारोबारियों के चलते महाराष्ट्र में पैसा आया है। उन्होंने कहा था कि अगर मुंबई से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा दिया जाए तो शहर के पास न तो पैसे बचेंगे और ना आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी। उनके इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद राज्यपाल ने माफी मांग ली थी।