राजसमंद हत्याकांडः उदयपुर में धारा 144 लागू और इंटरनेट पर लगाई गई पाबंदी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 14, 2017 08:37 PM2017-12-14T20:37:35+5:302017-12-14T20:43:16+5:30
राजसमंद में ठेकेदार अफराजुल हत्याकांड मामले को लेकर आरोपी शंभूलाल रैगर के समर्थन और सोशल मीडिया पर वायरल संदेशों के बाद कुछ लोगों ने राजसमंद और उदयपुर में रैली करने का ऐलान किया।
राजसमंद में ठेकेदार अफराजुल हत्याकांड मामले को लेकर आरोपी शंभूलाल रैगर के समर्थन और सोशल मीडिया पर वायरल संदेशों के बाद कुछ लोगों ने राजसमंद और उदयपुर में रैली करने का ऐलान किया। इसके बाद बिगड़ते माहौल को देखते हुए पुलिस ने बुधवार देर रात आनन-फानन में उदयपुर में धारा 114 लागू कर दी। साथ ही इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी।
वहीं गुरुवार को उदयपुर में युवाओं को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। दरअसल, वायरल एक मैसेज के बाद कुछ युवा एक रैली में भाग लेने के लिए शहर के टाउन हॉल पहुंचे, जिन्हें कंट्रोल करने के लिए चेतक सर्कल पर पुलिस को लाठीचार्ज कर दिया।
सर्कल पर इकट्ठा हुए युवाओं को खदेड़ने के लिए पुलिस के आला अधिकारियों को बल प्रयोग करना पड़ा और उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इस दौरान कुई युवकों ने गली-कूचों में छिपकर अपनी जान बचाई।
मंडल आयुक्त भवानी सिंह देथा ने उदयपुर के साथ-साथ राजसमंद में अगले 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक का आदेश जारी किया। इस अवधि के दौरान स्कूल और कॉलेज भी बंद रहेंगे।
इसके बाद उदयपुर जिला प्रशासन ने हिंदू संगठन 'विश्व सनातन संघ' के राष्ट्रीय प्रचारक उपदेश राणा के शहर में आने पर प्रतिबंध लगा दिया। यह गुरुवार को रैगर के समर्थन में उदयपुर के दौरे पर आने वाले थे। वहीं बताया जा रहा है कि कई लोगों ने कथित रूप से रैगर की पत्नी के खाते में पैसे जमा कराए हैं। इसको देखते हुए उदयपुर प्रशासन ने खाते पर रोक लगा दी और खाते की जांच में जुट गई है।
वहीं, उदयपुर कलेक्टर विष्णुचरण मलिक ने कहा कि धारा 144 के तहत धारदार हथियार, छड़ों के साथ घूमने वालों, भड़काऊ भाषण, रैली, जुलूसों, पर सख्त प्रतिबंध है। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा आईजी आनंद श्रीवास्तव ने फेसबुक को एक पत्र लिखा है जिसमें नफरत वाले संदेश भेजने वाले लोगों के खातों को ब्लॉक करने का अनुरोध किया है।
आपको बता दें कि अभी हाल ही में राजस्थान के राजसमंद में एक शख्स को जिंदा जला दिया गया था। साथ ही उस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया गया था, जिसके बाद उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, जिसके बाद इस हैवानियत से भरे काम को अंजाम देने वाले शंभूलाल रैगर को पुलिस ने गिरफ्तार किया।