भारत में तेल क्षेत्र में निवेश करेगा सऊदी अरब
By संतोष ठाकुर | Published: July 25, 2019 10:54 PM2019-07-25T22:54:15+5:302019-07-25T22:54:15+5:30
पेट्रोलियम और गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि तेल उत्पादन और उसकी महंगाई का सीधा और विपरीत असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
पेट्रोलियम और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली में सऊदी अरब के उर्जा, उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री ख़ालिद अल-फ़लीह के साथ दोनों देशों की उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में दोनों देशों के मंत्रियों ने भारत और सऊदी अरब के बीच हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सऊदी अरब के मंत्री और सऊदी अरैमको कम्पनी के चेयरमैन ख़ालिद अल फ़लीह से मुलाक़ात में दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की ज़रूरत बताई, जबकि सऊदी मंत्री अल फ़लीह ने हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में विस्तार को और तेज़ी से बढ़ाने की सम्भावनाएँ तलाशने की आवश्यकता बताई।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विश्व बाज़ार में तेल और गैस की ख़रीद और बिक्री के मुद्दों पर बदलते हालात पर चिंता ज़ाहिर की। धर्मेंद्र प्रधान ने तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक के उत्पादन घटाने और ईरान से अमेरिका की तनातनी की वजह से होरमूज की खाड़ी में तेल और गैस के टैंकरों की आवाजाही पर असर पड़ने पर चिंता जताई। धर्मेंद्र प्रधान ने आशंका जताई कि इन कारणों से तेल और गैस के दाम भी बढ़ सकते हैं।
पेट्रोलियम और गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि तेल उत्पादन और उसकी महंगाई का सीधा और विपरीत असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। सऊदी मंत्री से मुलाक़ात में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कच्चे तेल के दामों को ज़िम्मेदारी से तय किया जाना चाहिए वरना तेल उत्पादन और ख़पत करने वाले देशों को इसका नुक़सान उठाना पड़ेगा।
प्रधान ने भारत और सऊदी अरब के बीच लंबी अवधि के लिए उर्जा क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाने की बात कही और सऊदी अरब की सरकारी कंपनी अरैमको को भारत के पेट्रोलियम रिज़र्व से जुड़े कार्यक्रमों से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया। इस मौक़े पर दोनों देशों के मंत्रियों ने वेस्ट कोस्ट रिफ़ाइनरी के साथ भारत में तेल और गैस के क्षेत्र में सऊदी अरब के निवेश पर भी चर्चा की।