नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन से जुड़े मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया है। हाल ही में ईडी ने जैन के परिवार और उनकी कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां कुर्क की थीं।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एजेंसी ने पिछले महीने कहा था कि जैन के परिवार और जैन से संबंधित कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति को उनके खिलाफ एक धनशोधन मामले की जांच के तहत अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया गया है। वर्ष 2018 में ईडी ने इस मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जैन से पूछताछ की थी।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सत्येंद्र जैन को ''फर्जी'' मामले में गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वह हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के प्रभारी हैं। भाजपा को हिमाचल प्रदेश चुनाव में हार का डर है।
वित्तीय जांच एजेंसी द्वारा की गई जांच से पता चला है कि 2015-2016 में, जब जैन एक लोक सेवक थे, उनके स्वामित्व और नियंत्रण वाली कंपनियों को हवाला नेटवर्क के माध्यम से मुखौटा कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये तक प्राप्त हुए। पैसा जैन की कंपनियों को कोलकाता स्थित ऑपरेटरों से हस्तांतरित किया गया था और इसका इस्तेमाल जमीन खरीदने और दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि खरीदने के लिए लिए गए ऋण को चुकाने के लिए किया गया था।
जैन (57) अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली, गृह, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और जल मंत्री हैं। ईडी ने 2018 में शकूर बस्ती से आम आदमी पार्टी (आप) विधायक से मामले के सिलसिले में पूछताछ की थी।
ईडी ने एक बयान में कहा कि उसने संपत्तियों की कुर्की के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया है। लगभग 4.81 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियां ‘‘अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, पर्यास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, वैभव जैन की पत्नी स्वाति जैन, अजीत प्रसाद जैन की पत्नी सुशीला जैन और सुनील जैन की पत्नी इंदु जैन से संबंधित हैं।’’