विपक्षी एकता की खबरों के बीच शरद पवार की अमित शाह से मुलाकात
By योगेश सोमकुंवर | Updated: August 3, 2021 14:43 IST2021-08-03T13:50:40+5:302021-08-03T14:43:19+5:30
सोमवार को एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और सुनील तटकरे ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन से भी गुप्त मुलाक़ात की थी. सूत्रों के मुताबिक बैठक में महाराष्ट्र में बारिश की वजह से हुए नुकसान को लेकर चर्चा हुई थी. शरद पवार भी यह मुद्दा गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान उठा सकते हैं.

विपक्षी एकता की खबरों के बीच शरद पवार की अमित शाह से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुछ दिन पहले मुलाकात के बाद आज एनसीपी प्रमुख शरद पवार आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. इससे पहले 17 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी से एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में अटकलों का दौर शुरू हो गया था लेकिन शरद पवार ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया था.
पवार ने पीएम मोदी से मुलाकात की वजह केंद्र द्वारा नए बनाए गए सहकारिता मंत्रालय को बताया था. मोदी सरकार द्वारा बनाए गए सहकारिता मंत्रालय की कमान गृह मंत्री अमित शाह के ही पास हैं.
विपक्षी एकता की खबरों के बीच पवार की मुलाकात
पवार ऐसे समय में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर रहे हैं जब विपक्ष एकजुटता दिखाने की कोशिश में जुटा है. विपक्ष की 14 पार्टियों के नेताओं ने आज बैठक कर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई. इस बैठक में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले भी शामिल हुईं थीं. इसके बाद कई सांसद पेट्रोल-़डीजल के बढ़ते दामों के खिलाफ साइकिल चला कर संसद पहुंचे.
सुप्रिया सुले ने भी की वित्त मंत्री से भेंट
खबरों के मुताबिक सोमवार को एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और सुनील तटकरे ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन से भी गुप्त मुलाक़ात की थी. सूत्रों के मुताबिक बैठक में महाराष्ट्र में बारिश की वजह से हुए नुकसान को लेकर चर्चा हुई थी. शरद पवार भी यह मुद्दा गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान उठा सकते हैं. लेकिन सियासी पंडितों का मानना है कि महाराष्ट्र की 'सियासी उठापटक' के बीच इस मुलाकात के कई और मायने भी हो सकते हैं.
महाराष्ट्र सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक?
हालांकि शरद पवार-पीएम मोदी की मुलाकात पर शिवसेना के सूत्रों ने साफ कहा कि महाविकास अगाड़ी सरकार में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है. एनसीपी के मंत्रियों को जितनी छूट इस सरकार में मिली है उतनी अब तक किसी सरकार में नहीं मिली है. ठाकरे सरकार में कांग्रेस के मंत्री समय-समय पर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले भी कई बार ठाकरे सरकार को परेशान करने वाले बयान दे चुके हैं.