संजय राउत ने कहा, "पंडित नेहरू पर सवाल करना हमारी परंपरा नहीं है", वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने किया था नेहरू पर हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 19, 2022 03:56 PM2022-11-19T15:56:25+5:302022-11-19T16:06:52+5:30
संजय राउत ने कहा कि वीर सावरकर हम सभी के लिए सम्मान के पात्र हैं लेकिन हम महज इसलिए पंडित नेहरू पर सवाल खड़ा नहीं कर सकते हैं कि किसी ने सावरकर पर सवालिया निशान लगाया है।
मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र में वीर सावरकर से संबंधित कही गई विवादित बातों का विरोध करते हुए कहा कि शिवसेना वीर सावरकर के विषय में राहुल गांधी की कही गई बातों की कड़ी निंदा करता है लेकिन साथ में हम पंडित नेहरू की आजादी की लड़ाई में दिये गये योगदान और स्वतंत्रता के बाद भारत के नव-निर्णाण के लिए उनका सम्मान भी करते हैं।
संजय राउत ने यह टिप्पणी उस संबंध में की है, जिसमें वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर द्वारा पंडित नेहरू के खिलाफ विवादित बयान दिया गया है। राहुल गांधी के सावरकर के संबंध में दिये बयान के बाद उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने कड़ी नाराजगी जहिर की थी, जो इस समय महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी नाम से बने एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन में साथ हैं।
इस मामले में खुद महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना (ठाकरे गुट) के मुखिया उद्धव ठाकरे ने बयान जारी करते हुए कहा था कि हम राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर पर की गई टिप्पणी से कतई सहमत नहीं हैं। वीर सावरकर सच्चे देश भक्त थे और शिवसेना उनका पूरा सम्मान करती है। वहीं उद्धव ठाकरे के साथ सूबे में सत्ताधारी भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) ने राहुल के बयान की जमकर आलोचना की थी और आरोप लगाया था कि उद्धव गुट आज की तारीख में सावरकर का अपमान करने वालों के साथखड़ा है।
सियासी विवाद से अलग हटले हुए इस मामले में खुद विनायक सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने भी बयान जारी किया है और राहुल गांधी के बयान के प्रतिक्रिया स्वरूप सीधे पंडित नेहरू पर कथित हमला किया है। रंजीत सावरकर ने कहा, "पंडित नेहरू ने एक महिला के लिए देश का बंटवारा किया था। पंडित नेहरू को हनीट्रैप में फंसाकर देश का बंटवारा किया था और 12 साल तक नेहरू ब्रिटिश सरकार को भारत की गुप्त जानकारी देते रहे थे।"
रंजीत सावरकर के बयान के बाद महाराष्ट्र की सियासत नेहरू-सावरकर विवाद को लेकर काफी गंभीर मोड़ पर आ गई लेकिन ठाकरे गुट की ओर से सांसद संजय राउत ने रंजीत सावरकर की बात को खारिज करते हुए नेहरू की तारीफ की। संजय राउत ने कहा, "वीर सावरकर हमेशा हम सभी के लिए सम्मान के पात्र हैं। सावरकर की तरह गांधी, नेताजी और नेहरू भी हमारे लिए पूजनीय हैं।" संजय राउत ने साथ में यह भी कहा, "पंडित नेहरू पर महज इसलिए सवाल खड़ा करना हमारी परंपरा नहीं है क्योंकि किसी ने सावरकर पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।"
उन्होंने कहा कि हम सब अच्छे से जानते हैं कि वीर सावरकर सच्चे देशभक्त थे। हम सब सावरकर के लिए लड़ते हैं लेकिन इस देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान और आजादी के बाद देश का निर्माण हुआ। उसमें पंडित नेहरू का बहुत बड़ा योगदान रहा है। अगर हम कहें कि सावरकर वैज्ञानिक थे तो देश को उस विज्ञान की ओर ले जाने का काम पंडित नेहरू ने किया है।
शिवसेना सांसद ने कहा कि अगर बंटवारे के समय नेहरू नहीं होते तो भारत को भी पाकिस्तान बनने में देर नहीं लगती। आज पाकिस्तान एक कट्टर देश है। नेहरू ने हमें उन चीजों से दूर रखा। राउत ने साथ में यह भी कहा कि देश इसके लिए नेहरू का ऋणी है। आजादी के बाद देश के निर्माण में नेहरू का बहुत बड़ा योगदान रहा है। इसे हर किसी को स्वीकार करना चाहिए।