संजय राउत ने 'द केरल स्टोरी' को बीजेपी की ओर से जारी की गयी एक प्रोपेगेंडा फिल्म बताया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 14, 2023 04:01 PM2023-05-14T16:01:56+5:302023-05-14T16:03:29+5:30
शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने साप्ताहिक कॉलम में संजय राउत ने ‘द केरल स्टोरी’ पर टिप्पणी की है। संजय राउत ने 'द केरल स्टोरी' को बीजेपी की ओर से जारी की गयी एक प्रोपोगेंडा फिल्म बताया है।
मुंबई: विवादित फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर सियासी बयानबाजियों का दौर जारी है। अब शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस फिल्म को लेकर शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने साप्ताहिक कॉलम में टिप्पणी की है। संजय राउत ने 'द केरल स्टोरी' को बीजेपी की ओर से जारी की गयी एक प्रोपोगेंडा फिल्म बताया है।
सामना के अपने कॉलम में संजय राउत ने लिखा, "कर्नाटक चुनाव से पहले हिंदू और मुसलमानों का ध्रुवीकरण करने के लिए भाजपा ने बजरंगबली, ‘द केरल स्टोरी’ का इस्तेमाल किया यह अच्छी बात नहीं है। केरल की वास्तविक स्थिति क्या है? क्या सच में केरल में हिंदू और ईसाई लड़कियां इस्लाम का शिकार हो रही हैं? क्या यह सच है कि आईएसआईएस में 32,000 हिंदू और ईसाई लड़कियों की भर्ती की गई थी? क्या ‘लव जिहाद’ के बहाने मासूम लड़कियों को ठगा गया और अमानवीय हत्यारा बनने के लिए मजबूर किया गया?"
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आगे कहा, "विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ का निर्देशन किया था, मोदी-शाह ने उस फिल्म का इस्तेमाल भाजपा प्रचार के लिए किया, मोदी समेत हर कोई ‘कश्मीर फाइल्स’ देखने गया था। राजनीतिक फायदे के लिए ‘द केरल स्टोरी’ को विवादास्पद फिल्म बनाना भाजपा का एजेंडा है। बीजेपी ने गुजरात दंगों पर बीबीसी द्वारा जारी की गयी एक डॉक्यूमेंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया लेकिन साथ ही, ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्मों को बढ़ावा दिया।"
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, "कर्नाटक तो झांकी हैं अभी पूरा हिंदुस्तान बाकी है। कर्नाटक ने दिखाया है कि जनता तानाशाही को पराजित कर सकती है। कांग्रेस जीत गई, जिसका मतलब बजरंग बली का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ था। राउत ने कहा कि हमारे गृह मंत्री (अमित शाह) बोल रहे थे कि भाजपा हार गई तो दंगे होंगे। कर्नाटक शांत हैं और खुश है। कहां हैं दंगे?"