सांगे लेपचा होंगे सिक्किम विधानसभा के अगले अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष
By भाषा | Published: May 28, 2019 01:57 AM2019-05-28T01:57:39+5:302019-05-28T01:57:39+5:30
सांगे लेपचा का नाम सिक्किम के दसवें विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष के तौर पर नामित किया गया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (आईपीआर) की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार लेपचा पहली बार विधायक चुने गये हैं।
मंगलवार को राज्यपाल गंगा प्रसाद सुबह साढ़े 11 बजे राजभवन में उन्हें पद की शपथ दिलायेंगे और फिर वह सिक्किम विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलायेंगे।
वहीं, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के अध्यक्ष प्रेम सिंह तमांग ने सोमवार को सिक्किम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। पी एस गोले के नाम से लोकप्रिय तमांग को राज्यपाल गंगा प्रसाद ने यहां पलजोर स्टेडियम में शपथ दिलाई। उनके साथ एसकेएम के 11 विधायकों ने भी शपथ ली।
चुनाव नहीं लड़ने के कारण गोले इस समय राज्य विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। शनिवार को उन्हें एसकेएम विधायक दल का नेता चुना गया था। एसकेएम के, स्टेडियम में मौजूद हजारों समर्थकों ने नेपाली भाषा में शपथ ले रहे 51 वर्षीय पार्टी प्रमुख का उत्साहवर्द्धन किया। पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के वरिष्ठ नेताओं ने शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लिया। 2013 में गठित एसकेएम ने 32 सदस्यीय सिक्किम विधानसभा में 17 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। एसडीएफ को 15 सीटों पर जीत मिली है।
एसकेएम ने 24 साल से अधिक समय से सत्तासीन चामलिंग सरकार को बेदखल किया है। मंत्रियों के रूप में शपथ लेने वाले एसकेएम के 11 नेता क्रमश: कुंगा नीमा लेप्चा, सोनम लामा, बेदु सिंह पंथ, डॉ मणि कुमार शर्मा, अरुण कुमार उप्रेती, संदुप लेप्चा, लोक नाथ शर्मा, मिंगमा नोरबू शेरपा, कर्मा लोडय भूटिया, भीम हैंग लिम्बो और संजीत खरेल हैं।
कुल तीन महिलाओं ने चुनाव में जीत हासिल की है। इनमें से एक महिला प्रत्याशी ने एसकेएम के टिकट पर जीत दर्ज की है। बहरहाल, गोले के मंत्रिमंडल में कोई महिला प्रतिनिधि नहीं है। सिक्किम में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की अधिकतम संख्या 12 हो सकती है।