सनातन संस्था प्रतिबंध प्रस्ताव: पांचों आरोपियों के संस्था से जुड़ने की हुई पुष्टि, केंद्र करेगा फैसला
By भाषा | Published: August 29, 2018 08:20 PM2018-08-29T20:20:13+5:302018-08-29T20:36:40+5:30
महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने अब तक पांच लोगों- वैभव राउत, शरद कालस्कर, सुधनवा गोंधालेकर, श्रीकांत पंगरकर और अविनाश पवार- को गिरफ्तार किया है।
मुंबई, 29 अगस्त: पुलिस के एक अधिकारी ने आज कहा कि महाराष्ट्र सरकार को पता चला है कि विस्फोटकों की बरामदगी के सिलसिले में गिरफ्तार किये गए पांच लोगों के संबंध सनातन संस्था से सहानुभूति रखने वालों से थे और वह कट्टरपंथी हिंदूवादी संगठन पर प्रतिबंध लगाने के लिये केंद्र को विवरण भेजेगी।
अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने सनातन संस्था पर प्रतिबंध के लिये एक प्रस्ताव 2015 में केंद्र को भेजा था। इस मामले में विवरण केंद्र को भेजने का निर्णय किया गया है जिससे इसे प्रस्ताव के साथ जोड़ा जा सके।
हाल में बरामद हुए विस्फोटकों के मामले की जांच कर रहे महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने अब तक पांच लोगों- वैभव राउत, शरद कालस्कर, सुधनवा गोंधालेकर, श्रीकांत पंगरकर और अविनाश पवार- को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जांच के दौरान यह पाया गया कि गिरफ्तार किये गए सभी लोगों के संबंध दक्षिणपंथी हिंदूवादी संगठन से थे और वे सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति (एचजेएस) से सहानुभूति भी रखते थे।’’
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किये गए लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट और ऑनलाइन गतिविधियां भी इन संबंधों की पुष्टि करती हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सनातन संस्था पर प्रतिबंध का प्रस्ताव राज्य की तरफ से 2015 में केंद्र सरकार को भेजा गया था। हम अब मौजूदा (विस्फोटक बरामदगी) मामले का विवरण भेजेंगे जो इस प्रस्ताव में जुड़ जाए, जिसके बाद समूह के आपराधिक रिकॉर्ड का अद्यतन किया जाएगा।’’
जांच एजेंसी गिरफ्तार आरोपियों के संबंध सनातन संस्था के साथ स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और ‘‘हम इस संबंध में साक्ष्य जुटा रहे हैं।’’