समीर वानखेड़े पर कार्रवाई के बाद बोले नवाब मलिक- बार चलानेवाले बीजेपी नेता भी लाइसेंस सरेंडर करें
By अनिल शर्मा | Published: February 2, 2022 04:09 PM2022-02-02T16:09:56+5:302022-02-02T16:14:09+5:30
समीर वानखेड़े के बार का लाइसेंस रद्द किए जाने के बाद नवाब मलिक ने बीजेपी के उन नेताओं पर भी निशाना साधा जिनके द्वारा राज्य में बार संचालित किए जाते हैं।
मुंबईः एनसीबी के पूर्व निदेशक समीर वानखेड़े के नवी मुंबई स्थित एक होटल एंव बार के लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है। गौरतलब है कि एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने पिछले साल नवंबर में दावा किया था कि वानखेड़े का नवी मुंबई के वाशी में एक परमिट रूम और बार है, जिसके लिए लाइसेंस 1997 में प्राप्त किया गया था जब वह नाबालिग थे और इसलिए यह अवैध है। मलिक ने यह भी कहा था कि सरकारी नौकरी में होने के बावजूद वानखेड़े के पास परमिट रूम चलाने का लाइसेंस है, जो सेवा नियमों के खिलाफ है।
समीर वानखेड़े के बार का लाइसेंस रद्द किए जाने के बाद नवाब मलिक ने बीजेपी के उन नेताओं पर भी निशाना साधा जिनके द्वारा राज्य में बार संचालित किए जाते हैं। नवाब मलिक ने नई शराब नीति पर बोलते हुए कहा कि 'BJP चाहती है ये बंद हो जाए तो BJP के नेता जो शराब का उत्पादन करते हैं, जिनके बार हैं, वे अपना लाइसेंस सरेंडर करें और शपथ ले कि वे आजीवन शराब नहीं पियेंगे'।
राजकीय पक्षांना आंदोलनासाठी मर्यादा पाळण्याची गरज आहे. इतरांच्या आंदोलनामध्ये दुसऱ्या राजकीय पक्षाचे कार्यकर्ते जर घुसून गोंधळ घालत असतील तर त्याचे समर्थन होऊ शकत नाही. (१/२) pic.twitter.com/GvYhn5zvXX
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) February 2, 2022
हर पार्टी को अपनी-अपनी आचार संहिता अपनानी चाहिएः नवाब मलिक
नवाब मलिक ने बुधवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राजनीतिक दलों को आंदोलन के लिए मर्यादा का पालन करना होगा। यदि किसी अन्य राजनीतिक दल के कार्यकर्ता दूसरों के आंदोलन में घुसपैठ कर रहे हैं तो इसका समर्थन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा, किसी राजनीतिक दल के लिए किसी अन्य राजनीतिक दल के कार्यालय या किसी नेता के घर पर विरोध प्रदर्शन करना उचित नहीं है। इससे कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा होता है। इसके लिए हर पार्टी को अपनी-अपनी आचार संहिता अपनानी चाहिए।