वीरता को सलामः जम्मू-कश्मीर में आतंक रोधी अभियान में तैनात 180 जवानों को सबसे ज्यादा बहादुरी पदक
By भाषा | Published: August 14, 2019 05:15 PM2019-08-14T17:15:05+5:302019-08-14T17:15:05+5:30
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और राज्य पुलिस बल के जवानों और अधिकारियों के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुल 946 पदकों की घोषणा की है। इनमें से तीन को बहादुरी के लिए राष्ट्रपति का पुलिस मेडल (पीपीएमजी), जबकि 177 को बहादुरी के लिए पुलिस मेडल (पीएमजी) सम्मान से नवाजा गया है।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सरकार द्वारा घोषित किए गए वीरता पदकों में सबसे ज्यादा ऐसे 180 पदक जम्मू-कश्मीर में आतंक रोधी अभियान में हिस्सा लेने वाले केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों को मिले हैं।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और राज्य पुलिस बल के जवानों और अधिकारियों के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुल 946 पदकों की घोषणा की है। इनमें से तीन को बहादुरी के लिए राष्ट्रपति का पुलिस मेडल (पीपीएमजी), जबकि 177 को बहादुरी के लिए पुलिस मेडल (पीएमजी) सम्मान से नवाजा गया है।
सरकार ने एक बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंक रोधी ग्रिड में तैनात जवानों के लिए कुल 114 बहादुरी पदक दिए गए हैं, जबकि वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों में तैनात जवानों को ऐसे 62 पदक दिए गए हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों में अभियान के लिए चार सुरक्षा कर्मियों को पदक मिले हैं।
बयान में कहा गया कि नौ कर्मियों को मरणोपरांत बहादुरी मेडल दिया गया है। पिछले साल की तरह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को अधिकतम 72 पदक गए हैं । इसके बाद जम्मू कश्मीर पुलिस बल को 61, ओडिशा पुलिस को 23, छत्तीसगढ़ के पुलिसकर्मियों के लिए नौ पदक तथा सीमा सुरक्षा बल एवं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल को दो-दो पदक मिले हैं।
विशिष्ट सेवा के लिए 89 पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति के पुलिस पदक दिए गए हैं जबकि 677 को सराहनीय सेवा के लिए पदक मिले हैं। कुल 56 कर्मियों को दमकल सेवा पदक और 44 अधिकारियों को होमगार्ड और सिविल डिफेंस पदक दिए गए हैं।