साक्षी महाराज ने ज्ञानवापी का मतलब बताते हुए 'शिव के स्थान' का दावा किया, कहा- इसमें विवाद का कोई मतलब नहीं
By अनिल शर्मा | Published: May 14, 2022 12:24 PM2022-05-14T12:24:06+5:302022-05-14T12:30:27+5:30
साक्षी महाराज शनिवार को उन्नाव के बीघापुर तहसील के महाविद्यालयों में लैपटाप वितरण कार्यक्रम में शामिल होने गए थे जहां उन्होंने उक्त बातें कहीं।
उन्नावः ज्ञानवापी मस्जिद सर्वेक्षण के बीच भाजपा नेता साक्षी महाराज ने कहा कि ज्ञानवापी जैसा शब्द कुरान व इस्लाम में कहीं स्थान नहीं पाता है। भाजपा सांसद ने कहा कि ज्ञानवापी का अर्थ है ज्ञान का सरोवर या ज्ञान का कुआं, इसी शब्द से साफ है कि वह स्थान भगवान शिव का है।
साक्षी महाराज शनिवार को उन्नाव के बीघापुर तहसील के महाविद्यालयों में लैपटाप वितरण कार्यक्रम में शामिल होने गए थे जहां उन्होंने उक्त बातें कहीं। साक्षी महाराज ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा कि अटक से कटक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक है। भारतीय संविधान के खिलाफ जो भी कुछ करेगा, उसपर संवैधानिक कार्रवाई होगी। ज्ञानवापी स्थान भगवान शिव का है, जो ज्ञान के दाता हैं। इसको लेकर विवाद का कोई मतलब नहीं।
मुथरा की मस्जिद और ताजमहल का भी साक्षी महाराज ने जिक्र किया। इस विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि मथुरा में जो मस्जिद है, वह आक्रांताओं ने तोड़कर बनवाई थी। मामला अदालत में और जो फैसला आएगा स्वीकार किया जाएगा। भाजपा नेता ने कहा कि ताजमहल की भी विवेचना होगी। पुरातत्व विभाग जांच करेगा। जो होगा साक्षी महाराज की मांग पर नहीं, पुरातत्व विभाग की डिमांड पर होगा।
गौरतलब है कि वाराणसी में स्थानीय अदालत की अनुमति के बाद शनिवार सुबह 8 बजे से मस्जिद का वीडियोग्राफी सर्वे शुरू किया गया। सर्वे टीम ने सुबह 8 बजे से 12 बजे तक सर्वे किया। कुल 53 लोगों को सर्वे टीम में शामिल किया गया है। तीन तहखाने चाबियों से खोले गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मस्जिद के बाहरी हिस्से में स्वास्तिक और कमल फूल के निशान मिले हैं।