साध्वी प्राची ने मौलाना मदनी के बयान पर किया पलटवार, कहा- उनको हिंदू धर्म की एबीसीडी भी नहीं पता है
By राजेश मूणत | Published: February 15, 2023 04:21 PM2023-02-15T16:21:22+5:302023-02-15T16:22:58+5:30
जमीअत-उलमा-ए-हिंद के 34वें आम अधिवेशन में मौलाना अरशद मदनी ने मंच से कहा था कि मनु यानी आदम, ओम यानी अल्लाह को पूजते थे। प्रतिक्रिया देते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि उनको हिंदू धर्म की एबीसीडी भी नहीं पता है।
रतलाम: साध्वी प्राची बुधवार को आलोट पहुंची। यहां उन्होंने धरोला स्थित अनादि कल्पेश्वर के दर्शन कर भगवान का जलाभिषेक किया। मंदिर समिति के सदस्यों ने साध्वी को मंदिर के इतिहास से भी रूबरू करवाया। पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने जमीअत-उलमा-ए-हिंद के 34वें आम अधिवेशन में मौलाना अरशद मदनी के ओम और अल्लाह वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी।
मदनी के बयान पर पलटवार करते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि उनको हिंदू धर्म की एबीसीडी भी नहीं पता है। मदनी जैसे लोगों ने सन 1947 में देश का बंटवारा करवाया था और कहा था कि हम हिंदुओं के साथ नहीं रहेंगे। साध्वी प्राची ने कहा कि हिंदुस्तान हिंदू राष्ट्र था और हिंदू राष्ट्र ही रहेगा। आगे साध्वी ने कहा कि अपनी बेटियों को बचाने के लिए कट्टर संस्कार देने पड़ेंगे। मै तो कहूंगी पर्स में लिपस्टिक की जगह चाकू रखना चाहिए। जेहादी गर्दन उतारने पर उतारू हो उससे पहले वह उसकी गर्दन उतार दे।
क्या कहा था मौलाना मदनी ने
जमीअत-उलमा-ए-हिंद के 34वें आम अधिवेशन में मौलाना अरशद मदनी ने मंच से कहा था, "मैंने बड़े-बड़े धर्मगुरुओं से पूछा कि जब कोई नहीं था, न श्री राम थे, न ब्रह्मा थे, न शिव थे, जब कोई नहीं था, तब सवाल पैदा होता है कि मनु पूजते किसे थे? कोई कहता है कि शिव को पूजते थे। लेकिन उनके पास इल्म नहीं है। बहुत कम लोग ये बताते हैं कि जब कुछ नहीं था दुनिया में तो मनु ओम को पूजते थे। तब मैंने पूछा कि ओम कौन है? बहुत से लोगों ने कहा कि ये हवा है जिसका कोई रूप नहीं है। कोई रंग नहीं है। वो दुनिया में हर जगह है उन्होंने आसमान बनाया, उन्होंने ज़मीन बनाई। मैंने कहा कि अरे बाबा, इन्हीं को तो हम 'अल्लाह' कहते हैं। इन्हीं को तो तुम 'ईश्वर' कहते हो। फारसी बोलने वाले 'खुदा' कहते हैं। अंग्रेजी बोलने वाले 'गॉड' कहते हैं। इसका मतलब ये है कि मनु यानी आदम, ओम यानी अल्लाह को पूजते थे।" बता दें कि मौलाना मदनी के बयान पर खूब विवाद हुआ था।