यूक्रेन संकट: भारत की पहल पर रूस ने खारकीव में 6 घंटे के लिए रोका था हमला, भारतीयों को सुरक्षित निकलने का दिया मौका
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 3, 2022 11:34 AM2022-03-03T11:34:37+5:302022-03-03T11:52:32+5:30
रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग जारी है। इस बीच भारत 'ऑपरेशन गंगा' के तहत वहां फंसे भारतीय नागरिकों और छात्रों को वापस लाने के मिशन में जुटा है। बुधवार को खारकीव शहर से बड़ी संख्या में भारतीय बाहर निकले।
कीव: यूक्रेन में जारी जंग के बीच रूस ने बुधवार को करीब छह घंटे के लिए खारकीव शहर पर हमला रोक दिया था। कुछ रिपोर्ट्स में किए गए दावों के मुताबिक भारत की पहल पर रूस ने ये कदम उठाया ताकि भारतीयों को आसानी से प्रभावित क्षेत्रों से बिना किसी खतरे के बाहर निकलने का मौका मिल सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की और यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित निकासी पर भी चर्चा की थी।
बहरहाल, खारकीव से भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने की कोशिश पर पत्रकार आदित्य राज कौल ने देर रात एक ट्वीट में बताया, 'कुछ देर के लिए सोचिए। युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका और चीन अपने नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकालने में असहाय महसूस कर रहे हैं। भारत आज युद्धऑ को खारकीव में 6 घंटे के लिए रोकने में कामयाब रहा ताकि भारतीय सुरक्षित निकल सकें। ये पॉजिटिव बात है। जल्द ही फंसे हुए अन्य भारतीय छात्र भी निकाले जाएंगे।'
Think for a brief moment.
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 2, 2022
US/China have been helpless to evacuate their citizens from Ukraine since the war began.
India today managed to stop THE WAR for 6 hours in Kharkiv to let rescue Indian students.
Damn positive about remaining Indian students being rescued soon. 🇮🇳
वहीं, सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ और पत्रकार रहे नितिन ए. गोखले ने ट्वीट किया, रूसी सभी भारतीयों को खारकीव से सुरक्षित निकलने देने के लिए छह घंटे का समय देने पर राजी हो गए। ये डेडलाइन बुधवार रात 9.30 बजे तक की है।
The Russians apparently agreed to a six hour window for allowing safe passage to all Indians in Kharkiv before an all-out assault begins tonight . The deadline is 2130 IST, about 3 hours from now. #UkraineWar
— Nitin A. Gokhale (@nitingokhale) March 2, 2022
भारतीय दूतावास ने भी बुधवार को छात्रों सहित अपने सभी नागरिकों से कहा था कि अपनी रक्षा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वे तुरंत खारकीव छोड़ दें। दूतावास ने कहा कि भारतीय नागरिक खारकीव से जल्द से जल्द निकलकर पेसोचिन, बाबाये और बेजलीयुदोव्का पहुंचें जो इसके करीब 16 किलोमीटर के दायरे में है ।
When nations like China, USA, UK were scared to enter Ukraine, India managed to evacuate over 60% of its citizens from Ukraine
— Mahesh Vikram Hegde 🇮🇳 (@mvmeet) March 3, 2022
Now Indian PM spoke to Putin & managed to stop the war for over 6 hours so that all Indian students can reach a safe place
That's the power of Modi ji
India today managed to stop THE WAR for 6 hours in #Kharkiv to let rescue Indian students.
— Organiser Weekly (@eOrganiser) March 2, 2022
Power of Indian Diplomacy 🇮🇳 #OperationGanga#indiansinkharkiv#RussiaUkrainepic.twitter.com/kShjVQacYh
बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की पुतिन से बातचीत ऐसे समय में हुई, जब यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी को लेकर कल भारत में चिंता का माहौल था। खारकीव में रूसी सेना व्यापक स्तर पर गोलीबारी कर रही थी। पुतिन से बातचीत से पहले मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता भी की। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के अलावा केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
दूसरी ओर भारतीय वायु सेना के चार विमान यूक्रेन में फंसे 798 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट, हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट और पोलैंड के शहर ज़ेज़ॉ से लेकर गुरुवार को हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचे। सूत्रों ने यह जानकरी दी।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायु सेना का पहला विमान बुखारेस्ट से 200 यात्रियों को लेकर बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचा। केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने वहां उनका स्वागत किया। सूत्रों ने बताया कि ये चारों उड़ान भारतीय वायु सेना के सी-17 परिवहन विमानों की थीं।
उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना का दूसरा विमान बुडापेस्ट से 210 भारतीयों को लेकर गुरुवार सुबह हिंडन वायुसैनिक अड्डे पर उतारा। इसके थोड़ी देर बाद ही, तीसरा विमान 208 नागरिकों के साथ ज़ेज़ॉ से यहां पहुंचा। चौथा विमान बुखारेस्ट से 180 भारतीयों को लेकर वायुसैनिक अड्डे पहुंचा।
भारत, रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद से युद्धग्रस्त देश में फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड जैसे यूक्रेन के पड़ोसी देशों के रास्ते स्वदेश ला रहा है।