भारत के एयर डिफेंस को मिलेगी मजबूती, रूस ने शुरू की S-400 मिसाइल की डिलीवरी, जानिए इस बारे में
By विनीत कुमार | Published: November 15, 2021 06:46 AM2021-11-15T06:46:52+5:302021-11-15T06:52:55+5:30
रूस ने भारत को S-400 मिसाइल सिस्टम की सप्लाई शुरू कर दी है। सतह से हवा में मार करने वाली S-400 मिसाइल सिस्टम के लिए भारत ने 2018 में समझौता किया था।
नई दिल्ली: भारत के वायु क्षेत्र में रक्षा कवच को और मजबूती मिलने वाली है। दरअसल रूस ने भारत को बहुप्रतीक्षित S-400 मिसाइल सिस्टम की सप्लाई शुरू कर दी है। रूस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
भारत की ओर से आधिकारिक तौर पर इस संबंध में कुछ नहीं कहा गया है। वहीं, रूस की ‘फेडेरल सर्विस फॉर मिलिटरी टेक्निकल को-ऑपरेशन’ (एफएसएमटीसी) के निदेशक दमित्री शुगाएव ने स्पूतनिक न्यूज से कहा कि योजना के अनुसार आपूर्ति की जा रही है।
सतह से हवा में मार करने वाली S-400 मिसाइल सिस्टम की पांच इकाई को अक्टूबर 2018 में भारत ने 5 अरब डॉलर में खरीदने का समझौता किया था। हालांकि इस पर अमेरिका ने ऐतराज जताया था। अमेरिका के तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को चेतावनी दी थी कि समझौते पर आगे बढ़ने पर अमेरिका प्रतिबंध लगा सकता है।
एस-400 में 400 किमी तक मार करने की क्षमता
भारत ने लगभग 80 करोड़ डॉलर के भुगतान की पहली किस्त 2019 में जारी की थी। एस-400 को रूस की सबसे उन्नत लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली के रूप में जाना जाता है। इसमें 400 किलोमीटर तक मार करने की क्षमता है।
ये मिसाइल सिस्टम रॉकेट, मिसाइल, क्रूज मिसाइल और यहां तक कि एयरक्राफ्ट से भी हवाई सुरक्षा देने का माद्दा रखता है। इस तरह का मिसाइल सिस्टम चीन के पास पहले से ही है। चीन ने इसे एलएसी पर भी लगा रखा है।
इस मिसाइल प्रणाली की खरीद को लेकर तुर्की पर अमेरिकी कई प्रतिबंध लगा चुका है। ऐसे में आशंका जताई जा रही हैं कि भारत पर भी अमेरिका इसी तरह के कुछ अंकुश लगा सकता है। हालांकि, पिछले महीने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा था कि डील के मुताबिक पहला S-400 यूनिट इसी साल सेना में शामिल कर लिया जाएगा।