आंध्र में मानव बाल निर्यातकों पर ईडी के छापे में 2.90 करोड़ रुपये नकद जब्त
By भाषा | Published: August 25, 2021 09:28 PM2021-08-25T21:28:55+5:302021-08-25T21:28:55+5:30
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कहा कि उसने आंध्र प्रदेश में कुछ मानव बाल निर्यातकों के यहां छापेमारी के बाद 2.90 करोड़ रुपये की ‘‘बेहिसाब’’ नकदी, कुछ मोबाइल फोन और कंप्यूटर जब्त किए हैं। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि छापे की यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के प्रावधानों के तहत राज्य के पश्चिम गोदावरी जिले में इन व्यापारियों से जुड़े आठ परिसरों में की गयी । एजेंसी ने कहा, ‘‘बारह मोबाइल फोन, तीन लैपटॉप, एक कंप्यूटर, हाथ से लिखी डायरियां, कच्चा खाता-बही और 2.90 करोड़ रुपये जब्त किए गए।’’ उसने कहा कि ये निर्यातक अपने परिसर में मिली नकदी के स्रोत को ‘‘स्पष्ट नहीं कर सके।’’ एजेंसी ने कहा कि जब वह कुछ ऑनलाइन चीनी सट्टेबाजी ऐप्स (इंटरनेट-आधारित एप्लिकेशन) के खिलाफ धनशोधन के एक अलग मामले की जांच कर रही थी, तो इसके बारे में जानकारी मिली। ईडी ने कहा, ‘‘यह देखा गया कि मानव बाल व्यापारियों को 16 करोड़ रुपये के हवाला भुगतान किये गये थे और इसके परिणामस्वरूप तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में स्थित बाल व्यापारियों के खिलाफ फेमा जांच शुरू की गई थी।’’ जांच में पाया गया कि ‘‘कई घरेलू व्यापारी हैदराबाद, गुवाहाटी और कोलकाता में स्थित विदेशी व्यापारियों को बाल बेच रहे थे।’’ एजेंसी ने कहा, ‘‘इन बालों की भारत से तस्करी मोरेह (मणिपुर), जोखावथर (मिजोरम) और आइजोल (मिजोरम) आदि जगहों से म्यांमा के मांडले में की जाती है।’’ एजेंसी ने दावा किया कि चीनी व्यापारी आयात के समय 28 प्रतिशत के आयात शुल्क से बच जाते हैं और तस्करी किए गए भारतीय बालों को चीनी बालों के रूप में दावा करके निर्यात के समय आठ प्रतिशत निर्यात प्रोत्साहन राशि भी अर्जित करते हैं।’’ एजेंसी ने कि कई भारतीय निर्यातकों पर यह भी संदेह है कि वे प्राप्तकर्ता देश में आयात शुल्क से बचने के लिए निर्यात किए गए मानव बाल का मूल्य/गुणवत्ता के संदर्भ में कम मूल्यांकन कर रहे हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।