RRB NTPC Protest: रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा में धांधली, छात्रों ने 28 जनवरी को किया बिहार बंद का ऐलान, महागठबंधन का समर्थन
By एस पी सिन्हा | Published: January 27, 2022 06:56 PM2022-01-27T18:56:45+5:302022-01-27T18:58:38+5:30
RRB NTPC Protest: रेलवे ने भर्ती परीक्षाओं की चयन प्रक्रिया को लेकर परीक्षार्थियों के हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) और लेवल-1 की परीक्षाएं स्थगित करने का बुधवार को फैसला किया था.
RRB NTPC Protest: रेलवे भर्ती बोर्ड की नॉन-टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी परीक्षा के रिजल्ट में कथित अनियमितताओं के विरोध में अखिल भारतीय छात्र संघ और अन्य युवा संगठनों ने शुक्रवार 28 जनवरी को ‘बिहार बंद’ का आह्वान किया है. प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और प्राथमिकी दर्ज होने से गुस्साए छात्रों ने इसका जमकर विरोध करने का निर्णय लिया है.
आईसा ने छात्रों की चिंताओं को देखने के लिए एक समिति बनाने के रेल मंत्रालय के कदम को “धोखा” करार दिया है. वहीं, छात्रों के इस आन्दोलन पर राजनीतिक रंग चढ़ गया है. इस बिहार बंद में राजद सही तमाम उनकी घटक पार्टियां साथ देगी. यही नहीं उनके नेता सक्रिय भूमिका भी निभाएंगे. बिहार बंद प्रदर्शन का विपक्षी दलों का संगठन महगठबंधन समर्थन करेगा.
महागठबंधन की ओर से आज संयुक्त रूप से राजद के प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में बंद को समर्थन देने की घोषणा की गई. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की अध्यक्षता में महागठबंधन के सभी घटक दल के नेता प्रेस कान्फ्रेंस में शामिल हुए. इनमें कांग्रेस, भाकपा, माकपा, भाकपा माले के नेता प्रमुख है.
इस मौके पर महागठबंधन के नेताओ ने छात्रों की मांगों को जायज बताया और उन मांगों पर त्वरित निर्णय लेने की मांग की, जगदानंद सिंह ने रेलवे को कमजोर करने और उसे निजीकरण की ओर धकेलने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हिंसा की ओर छात्रों को न मजबूर किया जाए. 2 करोड़ 42 लाख छात्रों के भविष्य का सवाल है. उन्होंने कहा कि आंदोलन में महागठबंधन सक्रिय रूप से शामिल होगा.
वहीं, प्रदर्शनकारी परीक्षार्थिों के समर्थन में पप्पू यादव की जाप पार्टी भी 28 जनवरी को प्रदर्शन करेगी. उल्लेखनीय है कि परीक्षा को लेकर छात्र पिछले चार दिनों से आंदोलनरत हैं. आंदोलन हिंसक भी हो गया है. गुस्साए परीक्षार्थी सड़कों पर आ गये हैं. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी के बीच झड़प भी हुई. नवादा, गया और आरा में ट्रेनों में भी आग लगा दी गई है.
देर रात पटना में छापेमारी भी की गई. यही नहीं पटना के खान सर के साथ-साथ एस.के झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर और बाजार समिति के विभिन्न कोचिंग संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इन सभी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 151, 152, 186, 187, 188, 330, 332, 353, 504, 506 और 120-बी के तहत केस दर्ज हुआ है.