प्रियंका गांधी के बाद अब रॉबर्ट वाड्रा राजनीति में करेंगे एंट्री!, फेसबुक पोस्ट में दिया संकेत
By विनीत कुमार | Published: February 24, 2019 11:04 AM2019-02-24T11:04:20+5:302019-02-24T12:49:38+5:30
सूत्रों के मुताबिक एक दशक पहले रॉबर्ट वाड्रा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे लेकिन फिर इसे टाल दिया गया।
प्रियंका गांधी के पति और इन दिनों मनी लॉड्रिंग और जमीन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच का सामना कर रहे रॅाबर्ट वाड्रा ने राजनीति में आने का संकेत दिया है। वाड्रा ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर इस बात के संकेत दिये। दिलचस्प ये है कि एक महीने पहले ही प्रियंका ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा और उन्हें पार्टी में महासचिव नियुक्त किया गया।
रॉबर्ट वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, 'अनुभव के इतने साल और ये सीख ऐसे ही बर्बाद नहीं की जा सकती और इसे बेहतर के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। जैसे ही ये सभी आरोप खत्म हो जाएंगे, मुझे लगता है कि लोगों की सेवा में मुझे बड़ी भूमिका निभानी चाहिए।'
वाड्रा ने साथ ही कहा, 'साल और महीने मैंने देश के विभिन्न हिस्सों में कैंपेन करते हुए बिताये लेकिन यूपी ने मुझे अहसास कराया कि छोटे-छोटे बदलाव लाने के लिए मुझे लोगों के लिए और कुछ करना चाहिए।'
वाड्रा हाल के महीनों में लगातार ईडी के सवाल-जवाबों का सामना कर रहे हैं। वाड्रा ने पूरे मसले पर कहा कि सरकार देश के असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है। वाड्रा ने कहा, 'एक दशक से ज्यादा वक्त से विभिन्न सरकारे मेरे पीछे हैं और मेरा नाम उछाल कर देश के असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही हैं।'
वाड्रा के अनुसार देश के लोग इस बात को अब समझ गये हैं कि मेरे खिलाफ आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। वाड्रा ने लिखा कि लोग सम्मान जताते हुए उनके पास आते है और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं। बकौल वाड्रा, दिल्ली और राजस्थान में ईडी के सामने मेरी पेश करीब 8 बार कई-कई घंटों के लिए हो चुकी है। जबकि मैंने हमेशा नियमों का पालन किया और मैं कानून से ऊपर हूं भी नहीं, मैं अपनी जिंदगी में हर चीज से सीखने वाला व्यक्ति हूं।'
बता दें कि प्रियंका ने 23 जनवरी को उत्तर प्रदेश (पूर्व) के लिए कांग्रेस पार्टी में महासचिव का पदभार संभाला था। प्रियंक को यूपी में कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांग्रेस ने शनिवार को ही लोक सभा चुनाव के लिए कई समितियों की घोषणा की।
वैसे यह पहली बार नहीं है जब वाड्रा ने राजनीति में एंट्री का कोई संकेत दिया है और कई बार रायबरेली और अमेठी का दौरा करते रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एक दशक पहले वाड्रा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे लेकिन फिर इसे टाल दिया गया।