शराब पीकर गाड़ी चलाने और यातायात नियमों की अनदेखी करने से मरे 4 लाख से ज्यादा लोग: रिपोर्ट
By आकाश चौरसिया | Published: November 1, 2023 01:16 PM2023-11-01T13:16:44+5:302023-11-01T13:43:23+5:30
ट्रांसपोर्ट मंत्रालय की मानें तो 2022 में 2021 के मुकाबले में सड़क दुर्घटनाओं में 11.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, 2022 में 4,61,312 हादसे हुए, जबकि 2021 में 4,12,432 दुर्घटनाएं हुई थी।
नई दिल्ली: पिछले साल में अब तक भारत के अंदर सड़क हादसों में 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, इन होने वाली मृत्यु के पीछे तेज गति को प्रमुख कारण माना गया है।
ट्रांसपोर्ट मंत्रालय की मानें तो 2022 में 2021 के मुकाबले में सड़क दुर्घटनाओं में 11.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, 2022 में 4,61,312 हादसे हुए, जबकि 2021 में 4,12,432 दुर्घटनाएं हुई थी।
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल सड़क हादसे में 1,68,491 लोग अपनी जान गवां चुके हैं, वहीं, 4,43,366 लोग इन्हीं हादसों में गंभीर रूप से घायल भी हुए। 2021 के मुकाबले 2022 में मरने वालों की संख्या में 9.4 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है, जबकि घायलों में यह प्रतिशत 15.3 फीसदी बढ़ा।
2022 में 3.3 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाओं के लिए वाहनों की तेज गति को जिम्मेदार ठहराया गया है। इसके अलावा रिपोर्ट में दुर्घटनाओं के लिए वाहन को लापरवाही से चलाने भी एक कारण माना गया। यही नहीं इन हादसों के लिए लोगों का शराब पीकर गाड़ी चलाना और यातायात नियमों के उल्लंघन को जिम्मेदार ठहराया गया है।
2022 में ट्राफिक नियम उल्लंघन के मामले और निर्धारित गति से ज्यादा चलाने में 71.2 फीसदी लोगों की मृत्यु हुई है। वहीं, इनमें गलत गलत दिशा में गाड़ी चलाने से 5.4 फीसदी लोगों की मौत हुई।
आंकड़ों के मुताबिक, 10 हजार सड़क हादसे गाड़ी पीकर चलाने से हुए हैं। इसके साथ ही 4,021 मामले साल 2022 में रेड लाइट क्रॉस करने पर हुए, जिसमें पिछले साल के मुकाबले 82.55 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।