जल्द ही बिहार आएंगे राजद प्रमुख लालू यादव, भाजपा से संबंध तोड़कर आरजेडी में आएं सीएम नीतीश, जगदानंद सिंह ने रखी तीन शर्त
By एस पी सिन्हा | Published: April 28, 2022 08:31 PM2022-04-28T20:31:16+5:302022-04-28T20:32:24+5:30
जदयू की ओर से आयोजित की गई दावत-ए-इफ्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक साथ दिखे.
पटनाः बिहार के नीतीश कुमार के राजनीतिक भविष्य को लेकर लगातार जारी अटकलों के बीच राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने आज कहा है कि नीतीश कुमार अगर भाजपा से संबंध तोड़कर इधर-उधर जाने की प्रवृत्ति छोड़ दें तो उनका राजद में स्वागत है. राजद प्रमुख लालू यादव जल्द से जल्द बिहार पहुंच रहे हैं.
उन्होंने नीतीश से तेजस्वी का नेतृत्व स्वीकार करने की भी बात कही. इसके साथ ही राजद अध्यक्ष ने नीतीश के सामने तीन शर्त रखी है. जगदानंद ने कहा कि नीतीश कुमार को तेजस्वी का नेतृत्व स्वीकार करना होगा और साथ ही भाजपा से संबंध तोड़ना होगा. उन्होंने कहा है कि नीतीश अगर डा. राम मनोहर लोहिया और कर्पूरी ठाकुर के बताए रास्ते पर चलने को तैयार हैं तो उनका राजद में स्वागत है.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार ने कई भूल की है. अगर वह सुधार करते हैं तो हम उन्हें अपने साथ ला सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी स्पष्ट राय है कि हम किसी ऐसे व्यक्ति के साथ नजदीकी क्यों बढ़ाएंगे, जिसमें स्थायित्व ना हो. जगदानंद ने कहा कि जिसमें स्थायित्व ही ना हो उसके साथ कोई नजदीकियां क्यों बढ़ाएगा?
उन्होंने यह भी कह दिया कि अगर नीतीश कुमार को आना है तो वह अपनी पार्टी जदयू का विलय राजद के साथ कर लें. यह पूछे जाने पर कि जगदा बाबू आखिर नीतीश कुमार को विलय का ऑफर क्यों दे रहे हैं? उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार यहां रहेंगे तो वह इधर-उधर नहीं करेंगे. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आपने देखा होगा कि जो इधर-उधर करता है उसे नाथ दिया जाता है.
यहां बता दें कि हाल ही में राजद की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार शामिल हुए थे. विगत हफ्ते भर में यह दूसरा मौका है जब जदयू की ओर से आयोजित की गई दावत-ए-इफ्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक साथ दिखे.
तेजस्वी यादव के इफ्तार में शामिल होने पर नीतीश कुमार ने कहा था कि नेता प्रतिपक्ष के आयोजन में मुख्यमंत्री के पहुंचने होने का कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. इस आयोजन में हर दल के नेता शामिल हुए थे. हालांकि नीतीश कुमार के राबड़ी आवास पहुंचने पर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म जरूर हुआ है.