Republic Day 2022: श्रीनगर के लाल चौक पर 30 साल बाद फहराया तिरंगा, लोगों में उत्साह, देखें वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 26, 2022 05:05 PM2022-01-26T17:05:29+5:302022-01-26T17:17:17+5:30
Republic Day 2022: श्रीनगर में खराब मौसम और कड़ाके की ठंड के बीच पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियों ने बुधवार को 73वें गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
Republic Day 2022: 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर श्रीनगर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। पहली बार बुधवार को श्रीनगर के लाल चौक में प्रतिष्ठित घंटाघर पर तिरंगा फहराया गया। यह स्वतंत्रता के बाद के कई दशकों के बाद यकीनन श्रीनगर में घंटा घर के ऊपर तिरंगा फहराया गया।
प्रशासन ने क्षेत्र की संवेदनशीलता का हवाला देते हुए धारा 370 को निरस्त करने के बाद भी श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने की अनुमति से इनकार कर दिया था। गणतंत्र दिवस 2022 के अवसर पर दो कार्यकर्ताओं साजिद यूसुफ शाह और साहिल बशीर भट्ट द्वारा झंडा फहराया। दोनों कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रशासन से अनुमति मांगी थी।
Thankyou @narendramodi ji 🙏pic.twitter.com/vOAaK3W8h4
— That Marine Guy 🇮🇳 (@thatmarineguy21) January 26, 2022
लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। 1992 में बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में तिरंगा फहराया गया था। जोशी के साथ उस समय नरेंद्र मोदी भी थे। मोदी ने वहां पर भाषण भी दिया था। भाजपा ने 1991 में यात्रा की थी।
श्रीनगर में संवेदनशील लाल चौक एक ऐतिहासिक स्थान है। 1948 में जब तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। अगस्त 2019 में, केंद्र ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द कर दिया था।
Jammu & Kashmir: The national flag unfurled at Lal Chowk in Srinagar, on #RepublicDaypic.twitter.com/hFdocY4Ekk
— ANI (@ANI) January 26, 2022
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार आर. भटनागर ने शहर के उच्च सुरक्षा वाले सोनावर इलाके में शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह की अध्यक्षता की। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की विभिन्न शाखाओं की टुकड़ियों ने मार्च पास्ट में हिस्सा लिया।
उन्होंने बताया कि परेड के बाद केन्द्र शासित प्रदेश की विविध कला और संस्कृति को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए प्रदर्शित किया गया। भटानगर ने अपने संबोधन में कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और अन्य संबद्ध कर्मियों की भूमिका की सराहना की।