‘उन लिंक को हटा दिया है जिनमें मृतक महिला को हाथरस बलात्कार पीड़िता के रूप में दिखाया गया था’
By भाषा | Published: January 28, 2021 05:52 PM2021-01-28T17:52:07+5:302021-01-28T17:52:07+5:30
नयी दिल्ली, 28 जनवरी सोशल मीडिया मंचों फेसबुक, गूगल और टि्वटर ने बृहस्पतिवार को दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया कि उन्होंने उन सभी लिंक को हटा दिया है या उन्हें अवरुद्ध कर दिया है जिन पर हाथरस बलात्कार पीड़िता के रूप में एक मृत महिला की फोटो को गलत तरीके से दिखाया गया था।
न्यायालय ने 23 नवम्बर, 2020 को वे सभी लिंक हटाने के निर्देश दिये थे जिन पर हाथरस बलात्कार पीड़िता के रूप में एक मृत महिला की तस्वीर को दिखाया गया था। इन निर्देशों पर तीनों सोशल मीडिया मंचों ने न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह को यह जानकारी दी।
उच्च न्यायालय ने 23 नवम्बर के अपने आदेश में कहा था कि पीड़ित व्यक्ति से नए लिंक पर नजर रखने और हर बार शिकायत करने की उम्मीद नहीं की जा सकती तथा इस समस्या का स्थायी समाधान किए जाने की आवश्यकता है।
न्यायालय ने यह टिप्पणी उस व्यक्ति की याचिका पर सुनवाई के दौरान की थी जिसने दावा किया है कि सोशल मीडिया पर उसकी मृत पत्नी की तस्वीर को हाथरस बलात्कार पीड़िता की तस्वीर बताकर वायरल किया गया।
सुनवाई के दौरान बृहस्पतिवार को इस व्यक्ति के वकील ने अदालत को बताया कि आपत्तिजनक सामग्री के सभी लिंक फेसबुक द्वारा नहीं हटाए गए हैं और मौजूदा लिंक / यूआरएल को रिकॉर्ड करने के लिए समय मांगा।
इसके बाद अदालत ने उन्हें 12 अप्रैल तक का समय दिया, ताकि वह उन लिंक / यूआरएल को रिकॉर्ड कर सके, जिन्हें हटाया जाना बाकी है।
गौरतलब है कि हाथरस निवासी कथित सामूहिक बलात्कार पीड़िता की 29 सितंबर, 2020 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।