स्टालिन ने राहुल गांधी से हुई चर्चा का हवाला देते हुए कहा, "एकजुट विपक्ष ही भाजपा को सत्ता से बाहर कर सकता है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 21, 2022 09:02 AM2022-09-21T09:02:01+5:302022-09-21T09:13:06+5:30
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आगामी लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु और पुडुचेरी की 40 संसदीय सीटों की जीत के बारे में कहा कि डीएमके अपने साथ विपक्ष के अधिक से अधिक दलों को शामिल करके भाजपा के खिलाफ गठबंधन को और मजबूत बनाएगा।
चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय सत्ता से भाजपा की अगुवाई वाली सरकार को बेदखल करने के लिए सभी विपक्षी दलों को पूरी मजबूती के साथ एक मंच पर साथ आने का आह्वान किया है।
आगामी लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु और पुडुचेरी की 40 संसदीय सीटों की जीत के बारे में अपनी योजना के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि डीएमके अपने साथ विपक्ष के अधिक से अधिक दलों को शामिल करके भाजपा के खिलाफ अपने गठबंधन को मजबूत बनाएगा।
समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बीते मंगलवार को एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा, "भाजपा को केंद्र की सत्ता से एकीकृत विपक्ष ही बेदखल कर सकता है। इसके लिए मैंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से बात की है हमने किस तरह से साल 2021 के विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान सलेम में मंच साझा किया था और भाजपा को शिकस्त देते हुए डीएमके गठबंधन ने जीत दर्ज की थी। ठीक उसी तरह से हमें लोकसभा चुनाव में भी विपक्षी दलों को भाजपा के खिलाफ अपनी मजबूती दिखानी होगी।”
2024 के चुनाव के बाद केंद्र की बनने वाली सरकार डीएमके की भूमिका पर मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि पार्टी का पूरा प्रयास होगा कि वो तमिलनाडु और पुडुचेरी की सभी लोकसभा सीटें जीते और और राष्ट्रीय स्तर पर सरकार बनाने में अपनी भूमिका निभाए लेकिन इसका सारा दारोमदार चुनावों नतीजों पर जाकर ठहरता है, उसके बाद हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है।
चर्चा के दौरान स्टालिन ने विरुधुनगर में आयोजित पार्टी की बैठक में द्रमुक कैडर से की गई अपील को याद किया, जिसमें उन्होंने 'नादुम नमधे-नरपथुम नमधे' जिसका मतलब था कि यह राष्ट्र हमारा है, 40 सीटें भी हमारी हैं। द्रमुक सूत्रों के मुताबिक पार्टी के विधायकों से कहा गया है कि वो अपने निर्वाचन क्षेत्रों की 10 लंबित मांगों की सूची जिला कलेक्टरों को सौंपे और उन्हें जल्द से जल्द पूरा करना का प्रयास करें। उसके बाद ही लोकसभा चुनाव में जीत के लिए पार्टी 100 फीसदी आश्वस्त हो सकती है।
डीएमके प्रमुख ने कहा कि संसदीय चुनाव में पार्टी तभी जीत हासिल कर सकती है, जब वो लोगों की मांगों को पूरा करे और मतदाताओं का विश्वास जीते। इस संबंध में डीएमके के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हम जनता की मांगों की सूची को इसलिए भी लेना चाहते हैं ताकि हम आसानी से साबित कर सकें कि एआईएडीएमके सरकार, जिसने लगातार दो बार राज्य पर शासन किया था। उसने लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई काम नहीं किया और अब जनता को अपनी मांग पूरा कराने के लिए द्रमुक पर भरोसा करना चाहिए।"
इसके साथ ही पार्टी का मानना है कि मुवलुर रामामिरथम अम्मैयार उच्च शिक्षा आश्वासन योजना, जिसके जरिये कॉलेज की लड़कियों को 1,000 रुपये की मासिक सहायता दी जाती है और साथ में महिलाओं को राज्य में मुफ्त बस सवारी की योजना से महिलाओं और लड़कियों का अधिक से अधिक वोट मिलेगा।
खबरों के मुताबिक इन दोनों योजनाओं से उत्साहिस पार्टी महिलाओं का समर्थन पाने के लिए अगले बजट में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 100 रुपये की सब्सिडी भी देने की तैयारी कर रही है।