राव इंद्रजीत सिंह: दक्षिण हरियाणा में भाजपा का चेहरा, पांचवीं बार जीते, फालतू बातें करना पसंद नहीं
By भाषा | Published: May 31, 2019 06:34 AM2019-05-31T06:34:11+5:302019-05-31T06:34:11+5:30
भाजपा सांसद के तौर पर अपनी गुरुग्राम सीट को दोबारा बरकरार रखते हुए 69 वर्षीय नेता ने इस बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह यादव को 3.86 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से शिकस्त दी। यादव रेवाड़ी से छह बार के पूर्व विधायक हैं।
दक्षिणी हरियाणा में प्रभावी अहीर समुदाय के प्रमुख नेता राव इंद्रजीत सिंह को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिपरिषद में जगह दी गई है। सिंह दशकों से दक्षिण हरियाणा की राजनीति में प्रभावी रहे हैं और अब इस क्षेत्र में भाजपा का चेहरा हैं। पांचवीं बार लोकसभा के लिये चुने गए सिंह को यादव समुदाय का खासा समर्थन मिलता रहा है जिसे अहीर के तौर पर भी जाना जाता है।
भाजपा सांसद के तौर पर अपनी गुरुग्राम सीट को दोबारा बरकरार रखते हुए 69 वर्षीय नेता ने इस बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह यादव को 3.86 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से शिकस्त दी। यादव रेवाड़ी से छह बार के पूर्व विधायक हैं।
राव इंद्रजीत सिंह की छवि ‘संजीदा’ शख्स की है जिन्हें फालतू बातें करना कतई पसंद नहीं है। भाजपा सांसद के तौर पर अपने पिछले कार्यकाल के दौरान उन्होंने क्षेत्र में कई विकास परियोजनाएं शुरू करवाईं। इनमें रेवाड़ी में एम्स, सड़क संरचना और गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटिन डेवलपमेंट अथॉरिटी समेत कई दूसरी परियोजनाएं शामिल हैं।
सिंह 2014 के लोकसभा चुनावों से कुछ महीनों पहले ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। वह तब गुरुग्राम से कांग्रेस के सांसद थे। दक्षिण हरियाणा के साथ विकास परियोजनाओं में भेदभाव का आरोप लगाते हुए उन्होंने कांग्रेस के साथ अपना करीब चार दशक पुराना साथ तोड़ लिया था। वह मोदी के नेतृत्व वाली राजग-1 सरकार में भी मंत्री थे।
संप्रग सरकार में भी वह विदेश राज्य मंत्री और रक्षा उत्पाद राज्य मंत्री थे। सांसद के तौर पर सिंह सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं। कसौली में सनावर के प्रतिष्ठित लॉरेंस स्कूल में शिक्षा प्राप्त करने के साथ ही वह विधि स्नातक हैं। वह 1977 से 2004 के बीच हरियाणा में चार बार विधायक भी रह चुके हैं।