अयोध्या राम मंदिर निर्माणः भूमि पूजन के दिन घर-घर दीपोत्सव और मंत्रोच्चार की तैयारियां
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 31, 2020 07:15 AM2020-07-31T07:15:06+5:302020-07-31T07:15:06+5:30
अयोध्या धाम के विवेक सृष्टि स्थान में संपन्न बैठक में क्षेत्रीय प्रचारक अनिल ने बताया कि राम जन्म भूमि में आयोजित समारोह को वृहद रूप देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं.
अयोध्याः श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए घर-घर दीपोत्सव और मंत्रोच्चार, भजन-कीर्तन के आयोजन की तैयारियां की जा रही है. आयोजन को भव्यवता प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निर्देशन में भाजपा, विश्व हिंदु परिषद, विद्यार्थी परिषद, विद्याभारती के पदाधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई.
अयोध्या धाम के विवेक सृष्टि स्थान में संपन्न बैठक में क्षेत्रीय प्रचारक अनिल ने बताया कि राम जन्म भूमि में आयोजित समारोह को वृहद रूप देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. अयोध्या जनपद से सटे जिलों गोण्डा, बस्ती, आम्बेडकर नगर, सुल्तानपुर, बाराबंकी समेत देशभर में इस दिन पूजा-पाठ और दीपोत्सव मनाया जाएगा. बैठक में सभी संगठनों को विविध जिम्मेदारियां सौंपी गईं.
प्रधानमंत्री के प्रस्तावित मार्गों पर अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. सरयू के नया घाट पर पंडों की चौकियों तथा छप्परों को हटा दिया गया है. अयोध्या में स्वागत कार्य को पूरा करने में जुटे हजारों मजदूर कार्यरत हैं. भूमिपूजन में शामिल होंगे कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह 5 अगस्त के आयोजन में शामिल होंगे.
उन्होंने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि मेरे लिए बहुत ही खुशी का दिन होगा. मेरी आकांक्षा पूरी हो गई. राम मंदिर करोडों लोगों के लिए आस्था का विषय है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण का भूमिपूजन करेंगे, जबकि मंदिर के लिए सिलान्यास 9 नवंबर 1989 को हुआ था.
इसकी पहली ईंट बिहार के दलित कामेश्वर चैपाल ने रखी थी. वह अब राम मंदिर निर्माण के लिए नवगठित ट्रस्ट श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य हैं. सुरक्षा चाक चैबंद प्रधानमंत्री के कार्यक्र म और गृह मंत्रालय के अलर्ट के बाद अयोध्या में सुरक्षा चाक चैबंद की जा रही है. अयोध्या को सात जोन में बांटा गया है. यहां आने वाली गाडि़यों और व्यक्तियों को जांच और पहचान पत्र के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है.
अयोध्या से त्रियुगनारायन तिवारी/सुमन गुप्ता की रिपोर्ट