Ram Mandir Ayodhya: मंदिर आंदोलन के नायक लालकृष्ण आडवाणी नहीं जा रहे हैं अयोध्या, जानिए क्या है वजह
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 22, 2024 10:34 AM2024-01-22T10:34:21+5:302024-01-22T10:42:03+5:30
राम मंदिर आदोलन के नायक लालकृष्ण आडवाणी मंदिर समारोह में भाग लेने के लिए अयोध्या नहीं जा रहे हैं।
नई दिल्ली: देश आज रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए खुशियां मना रहा है। इस बीच खबर आ रही है कि राम मंदिर आदोलन के नायक लालकृष्ण आडवाणी मंदिर समारोह में भाग लेने के लिए अयोध्या नहीं जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार राम मंदिर आंदोलन के अगुवा रहे भाजपा के वयोवृद्ध दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी अत्यधिक ठंड के कारण आज 'प्राण प्रतिष्ठा' में शामिल नहीं होंगे।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार 96 साल के लालकृष्ण आडवाणी ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए अपनी रजामंदी भी दी थी लेकिन बावजूद उसके उनकी उपस्थिति को लेकर संशय बना हुआ था। इस संबंध में राम मंदिर ट्रस्ट ने पहले कहा था कि लालकृष्ण आडवाणी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ सहयोगी मुरली मनोहर जोशी स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के कारण राम लला के 'प्राण प्रतिष्ठा' में शामिल नहीं हो सकते हैं।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पिछले महीने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, "लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी दोनों ही हमारे परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया था, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है।"
हालांकि इस महीने की शुरुआत में विश्व हिंदू परिषद के एक नेता ने एएनआई को बताया था कि लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर उद्घाटन में शामिल होंगे। वहीं विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी अगर अयोध्या आते हैं तो उनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी और उन्हें चिकित्सा सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
मालूम हो कि लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर के लिए 25 सितंबर, 1990 को दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर गुजरात के सोमनाथ से अयोध्या तक अपनी ऐतिहासिक राम रथयात्रा शुरू की। गुजरात में इस यात्रा की सारी योजना नरेंद्र मोदी ने बनाई थी, जो इस समय देश के प्रधानमंत्री थे।।
आडवाणी की उस रथयात्रा को देशभर के अलग-अलग शहरों से होते हुए करीब डेढ़ महीने बाद अयोध्या पहुंचना था लेकिन 23 अक्तूबर, 1990 को बिहार के समस्तीपुर में लालू प्रसाद यादव ने लालकृष्ण आडवाणीजी को गिरफ्तार कर लिया था। इस तरह से लालकृष्ण आडवाणी राममंदिर संघर्ष को नायक कहे जाते हैं।