Ayodhya Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले साइबर हमले का खतरा, गृह मंत्रालय ने अयोध्या भेजी साइबर एक्सपर्ट टीम
By अंजली चौहान | Published: January 18, 2024 03:00 PM2024-01-18T15:00:29+5:302024-01-18T15:10:31+5:30
भारत के हर राज्य से साधु-संत भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। इस समारोह को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है।
Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है और 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुरक्षा का खास ध्यान रखा जा रहा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन होने वाले भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई देश-विदेश के हस्तियों के आने की तैयारी है ऐसे में पुलिस और प्रशासन के सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं।
इस बीच, राम की नगरी अयोध्या में साइबर अटैक का खतरा मंडरा रहा है। इस खतरे को देखते हुए मंत्रालय ने मंदिर शहर में एक उच्च स्तरीय साइबर टीम को भेजा है। यह टीम कार्यक्रम से संबंधित जो भी सोशल मीडिया और साइटों पर गलत सूचनाएं पहुंचाई जा रही है उनपर लगाम कसेगा।
चूंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर सुरक्षा टीम ने साइबर अपराधियों द्वारा व्हाट्सएप पर भेजे जा रहे अयोध्या राम मंदिर में 'वीआईपी प्रवेश' के लिए 'दुर्भावनापूर्ण मोबाइल ऐप' के बारे में अलर्ट जारी किया था। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने फौरन सख्ती दिखाते हुए टीम को अयोध्या के लिए रवाना होने का निर्देश दे दिया है।
गौरतलब है कि अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन से पहले 1 हफ्ते का कार्यक्रम शुरू हो चुका है और आज तीसरा दिन है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने भी 56 देशों को प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया है और मंदिर शहर ने मुख्य कार्यक्रम से पहले ही सप्ताह भर चलने वाले समारोह शुरू कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, राजदूतों और सांसदों सहित 55 देशों के लगभग 100 अधिकारी राम लला प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनेंगे। साथ ही भारत के हर राज्य से साधु-संत भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। मेगा इवेंट को देखते हुए यूपी सरकार ने अयोध्या में सुरक्षा को लेकर सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।