Ram Jethmalani Death: बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा- कानून के क्षेत्र के दिग्गज थे जेठमलानी
By भाषा | Published: September 8, 2019 08:58 PM2019-09-08T20:58:36+5:302019-09-08T20:58:48+5:30
बीसीआई की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘ आज हमने कानून के क्षेत्र के एक महान और प्रतिष्ठित हस्ती खो दी। राम जेठमलानी कानून के क्षेत्र के दिग्गज थे। उनके ज्ञान के कारण उनका बार और बेंच में बड़ा सम्मान था।’’
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने मशहूर न्यायविद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी के निधन पर रविवार को शोक प्रकट किया और कहा कि कानून बिरादरी की एक प्रतिष्ठित हस्ती चली गयी। वकीलों के इस शीर्ष संगठन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि जेठमलानी कानून के क्षेत्र के महान दिग्गज थे।
बीसीआई की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘ आज हमने कानून के क्षेत्र के एक महान और प्रतिष्ठित हस्ती खो दी। राम जेठमलानी कानून के क्षेत्र के दिग्गज थे। उनके ज्ञान के कारण उनका बार और बेंच में बड़ा सम्मान था।’’
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘जेठमलानी फौजदारी से संबंधित ऐसे अधिवक्ता थे जिनकी सबसे अधिक मांग थी । वह वकील बनने के लिए ही पैदा हुए थे।’’
उसमें कहा गया है कि वैसे तो वह फौजदारी के मामलों के माहिर थे, लेकिन वह कई हाई प्रोफाइल दिवानी मामलों में भी पेश हुए और 1959 में सनसनीखेज नानावती मामले में अपनी पेशी से वह सुर्खियों में आये।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘ उन्होंने अपने पीछे एक विरासत, रिक्तता छोड़ी है जिसे शायद नहीं भरा जा सकता। उन्होंने वयोवृद्ध अवस्था तक जिंदगी जी और अब वह हमारे बीच नहीं है, निश्चित ही वह याद आयेंगे। दुख की इस घड़ी में हम उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं और ईश्वर से कामना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति दे।’’
बीसीआई के वकील राकेश द्विवेद्वी समेत कई वरिष्ठ वकीलों ने जेठमलानी के निधन पर शोक प्रकट किया है। द्विवेद्वी ने कहा कि एक प्रतिष्ठित नेता एवं वकील के तौर पर उन्होंने दोनों क्षेत्रों में सफलता पायी ।
पूर्व अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल और वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट किया, ‘‘ रामजेठमलानी हमारे बीच नहीं हैं, हमारा संबंध एक ही शहद शिकुरपुर शिंद से था। हमारा साझा सपना था- भारत और पाकिस्तान को मित्र के रूप में देखना और यह उनका अधूरा एजेंडा रह गया। वह अफजल गुरू समेत उन सभी के लिए थे जिन्हें उनकी जरूरत थी। हमारी राजनीति भले ही भिन्न थी लेकिन हम एक दूसरे को प्यार करते थे। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’ अन्य वरिष्ठ वकील अमन सिन्हा ने भी जेठमलानी के निधन पर शोक प्रकट किया।