रक्षाकवचः भारत को मिलेंगे अमेरिका के Seahawk और Chinook हेलीकॉप्टर, जानिए इनके फीचर्स
By आदित्य द्विवेदी | Published: March 5, 2020 12:13 PM2020-03-05T12:13:42+5:302020-03-05T12:13:42+5:30
भारत के हाथ अमेरिका का 'समुद्री बाज' कहे जाने वाला सी हॉक हेलिकॉप्टर और 'उड़ते टैंकर' के नाम से प्रसिद्ध चिनूक हेलिकॉप्टर मिलने वाले हैं. ट्रम्प के दौरे से इन अत्याधुनिक शिकारियों को मंजूरी मिलने से भारतीय सेना का मनोबल आसमान पर है.
दक्षिणी चीन सागर में दादागिरी जमा रहे चीन की नजरें हिंद महासागर और अरब सागर पर भी टिकी हुई हैं. उसकी पनडुब्बियां, युद्धपोत और जासूसी जहाजों को भारतीय समुद्री सीमा के करीब कई बार देखा गया है. वहीं जमीनी सरहदों पर चीन पाकिस्तान को सह देकर कब्जा जमाने की फिराक में है. इन दोनों चुनौतियों से निपटने के लिए जल्द ही भारत के हाथ अमेरिका का 'समुद्री बाज' कहे जाने वाला सी हॉक हेलिकॉप्टर और 'उड़ते टैंकर' के नाम से प्रसिद्ध चिनूक हेलिकॉप्टर मिलने वाले हैं. ट्रम्प के दौरे से इन अत्याधुनिक शिकारियों को मंजूरी मिलने से भारतीय सेना का मनोबल आसमान पर है.
दोनों देशों के बीच हुई डील के मुताबिक भारत को 24 एमएच 60 'आर' सी हॉक रोमियो हेलीकॉप्टर मिलने वाले हैं. इसे समुद्री बाज इसलिए कहते हैं क्योंकि यह समुद्री सीमा पर चौकन्ना रहते है. सी हॉक हेलिकॉप्टर को सबमरीन के लिए काल माना जाता है. ये हेलिकॉप्टर भारत के पुराने हो चुके ब्रिटेन निर्मित सी किंग हेलिकॉप्टरों की जगह लेंगे.
आपको बता दें कि उत्तरी अमेरिका के समुद्री इलाके में पाया जाने वाला सी हॉक या ऑस्प्रे एक तरह का समुद्री बाज है, जो विशालकाय मछलियों के शिकार के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है. ये बाज किसी भी परिस्थिति में शिकार करने में सक्षम होते हैं. इसलिए इन्हें शानदार शिकारी कहा जाता है. अमेरिकी हेलिकॉप्टर एमएच 60 'आर' सी हॉक रोमियो भी इन्हीं खूबियों के लिए जाना जाता है.
एमएच 60 'आर' सी हॉक रोमियो के फीचर्सः-
- समुद्र में उड़ता फ्री गेट है सी हॉक
- मारक क्षमता करीब 834 किलोमीटर
- हेलिकॉप्टर का वजन 689 किलोग्राम
- कई मोड वाले रडार
- नाइट विजन उपकरण
- हेलिफायर मिसाइलें
- एमके-54 टारपीडो और रॉकेट से लैस
ये तो रही समुद्री बाज की बात. भारत और अमेरिका के बीच हुई डिफेंस डील में उड़ता टैंक यानी अपाचे-64ई भी मिलने वाला है।
'उड़ता टैंक' कहा जाने वाला अपाचे-64 ई पूरी तरह से लड़ाकू हेलिकॉप्टर है और कुछ समय पहले ही इसे भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था. अपाचे को लेकर वायुसेना और सेना के बीच काफी खींचतान हुई थी, अब सरकार ने दोनों को इसको खरीदने की अनुमति दे दी है. अपाचे अपने मॉडर्न इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम की वजह से दुनिया का सबसे उन्नत युद्धक हेलिकॉप्टर माना जाता है. यह रात के अंधेरे में भी दुश्मन पर मार करने में सक्षम है. यह खुद ही अपने दुश्मन की पहचानकर उसे तबाह कर देता है.
अपाचे-64 ई के फीचर्सः-
- स्ट्रिंगर एयर टू एयर मिसाइल
- हेलफायर लॉन्ग बो एयर-टू- ग्राउंड मिसाइलें
- गन तथा रॉकेट से लैस
- ड्रोन विमानों को निशाना बनाने में सक्षम
- 256 मूविंग टार्गेट्स पर कहर बरपाने की क्षमता
- 20000 फुट की ऊंचाई तक उड़ान
- दुनिया में 2400 अपाचे दे रहे हैं सेवा