नयी दिल्ली। क्या राकेश टिकैत अब चुनाव लड़ेंगे? एक टीवी चैनल पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत से यही सवाल किया गया जिसके बाद वह काफी नाराज हो गए।
शुक्रवार को पीए्म मोदी द्वारा तीनों कृषि कानून को रद्द किए जाने के फैसले के बाद टाइम्स नाउ की एडिटर इन चीफ नविका कुमार राकेश टिकैत का इंटरव्यू कर रही थीं। करीब सालभर से किसान कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर थे। जब पीएम ने कानून रद्द करने का फैसला किया तो इस किसानों की जीता बताई गई।
नविका कुमार ने भी राकेश टिकैत पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव लड़ने का कोई फैसला किया है ? नविका कुमार कहती हैं- आपने 2007 में कांग्रेस का समर्थन लेकर लड़ा था। तो इस बार चुनाव लड़ेंगे क्या? पत्रकार के इस सवाल पर राकेश टिकैत जवाब देते हुए कहते हैं- ना हम ना लड़ते चुनाव आप लड़ लेना।
चुनाव तो जो ये सारे एंकर हैं न, ये लड़ लेंगे चुनाव सारे। बीजेपी के प्रवक्ता बन गए हैं, ये लड़ेंगे चुनाव। सरकार बात नहीं कर रही, एंकर सबसे ज्यादा सवाल पूछ रहे हैं। राकेश टिकैत कहते हैं, आपको दिलाएंगे टिकट, किस किस को चुनाव लड़ना है बताना। अपने काम की बात करो ना।
नविका कहती हैं, आप तो सरकार से बात करना ही नहीं चाह रहे थे। टिकैत कहते हैं, क्यों नहीं बात करना चाह रहे हम, आप करो बात। नविका कहती हैं नहीं, आप तो सरकार के पास गए ही नहीं बात करने। आपको कितनी बार बुलाया। आप नहीं गए, आपसे पूछे बिना उन्होंने कानून रद्द कर दिया। जिसपर टिकैत कहते हैं- आपको तो बीमारी है बात करने की। आपको पता है नहीं कुछ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला लिया और विरोध करनेवाले किसानों से आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने साफ-साफ कह दिया कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं लिया जाएगा। सरकार पहले इन कानूनों को संसद में रद्द करे।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कानून के रद्द करने के फैसले के जिक्र करते हुए कहा कि कानूनों को निरस्त करने की संवैधानिक प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इसके लिए संसद के आगामी सत्र में विधेयक लाया जाएगा। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के जारी रहने का ऐलान किया है।
पीएम मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के फैसले के बाद राकेश टिकैत ने ट्वीट किया और कहा कि किसान आंदोलन को वापस नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब सरकार इसे संसद में रद्द करेगी। राकेश टिकैत ने ट्वीट में लिखा- आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें।