लखनऊ में राजनाथ सिंह और कौशल किशोर के बेटे प्रचार में जुटे, मंत्री पिता को जिताने के लिए संभाली प्रचार की कमान
By राजेंद्र कुमार | Published: April 20, 2024 10:49 AM2024-04-20T10:49:33+5:302024-04-20T10:51:05+5:30
लखनऊ सीट पर भाजपा के प्रत्याशी राजनाथ सिंह के लिए उनके दोनों बेटे पंकज सिंह और नीरज सिंह चुनाव प्रचार कर रहे हैं। राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह रोज ही पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कभी नुक्कड़ सभा में तो कभी चुनाव संचालन समिति की बैठकों में शामिल होकर चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हैं।
Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश की सियासत में लखनऊ और मोहनलालगंज लोकसभा सीट की अपनी खासियत है। यह दोनों सीटें देश की हाई प्रोफाइल सीटों में शुमार की जाती है। लखनऊ सीट को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि कहा जाता है। इस सीट पर 1991 से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कब्जा रहा है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वर्ष 2014 से इस सीट पर चुनाव जीत रहे हैं। इसी तर्ज पर मोदी सरकार में आवास एवं शहरी राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कौशल किशोर भी वर्ष 2014 से मोहनलालगंज सीट से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। इस बार भी लखनऊ शहर की इन सीटों पर भाजपा ने राजनाथ सिंह और कौशल किशोर को चुनाव मैदान में उतारा है। तो अब राजनाथ सिंह और कौशल किशोर के पुत्र अपने पापा की जीत को सुनिश्चित करने के लिए चुनाव प्रचार में जुटे हैं। इसी तरफ से राजनाथ सिंह और कौशल किशोर के खिलाफ चुनाव लड़ लड़ रहे प्रत्याशियों के बेटे-बेटी भी अपने पापा को जीतने के लिए भीषण गर्मी की परवाह किए बिना लोगों के घर-घर जाकर लोगों से पापा के लिए वोट मांग रहे हैं।
अबकी बार पांच लाख पार
फिलहाल पापा के लिए लखनऊ सीट पर भाजपा के प्रत्याशी राजनाथ सिंह के लिए उनके दोनों बेटे पंकज सिंह और नीरज सिंह चुनाव प्रचार कर रहे हैं। राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह रोज ही पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कभी नुक्कड़ सभा में तो कभी चुनाव संचालन समिति की बैठकों में शामिल होकर चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हैं। नीरज अपने पिता राजनाथ सिंह को पांच लाख से अधिक मतों से जिताने के टार्गेट पर काम कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अबकी बार पांच लाख पार का नारा दिया है। राजनाथ सिंह पिछले चुनाव में 3 लाख 47 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे।
वही दूसरी तरफ इस तरह का कोई नारा मोहनलालगंज सीट से चुनाव लड़ रहे मोदी सरकार के मंत्री कौशल किशोर के खेमे से नहीं लगाया जा रहा है। कौशल किशोर के दो बेटे विकास किशोर और प्रभात किशोर अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में पापा के लिए वोट मांग रहे हैं। विकास किशोर महिलाबाद और प्रभात सिधौली विधानसभा क्षेत्र में बीते दस दिनों से बूथ अध्यक्ष, मण्डल अध्यक्ष और पन्ना प्र्मुखो के साथ बैठक करते हुए नुक्कड़ सभाओं को संबोधित कर अपने पापा को जिताने की अपील लोगों से कर रहे हैं। पापा तीसरी बार इस सीट से चुनाव जीते, विकास और प्रभात का ज़ोर इसी पर है।
विपक्षी नेता के बेटे-बेटी भी पापा के प्रचार में जुटे
ऐसा नहीं हैं कि सिर्फ राजनाथ सिंह और कौशल किशोर को जिताने के लिए ही उनके पुत्र भीषण गर्मी में पसीना बहा रहे हैं। राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक रविदास मल्होत्रा के इकलौते बेटे शिवम भी पापा के लिए चुनाव प्रचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वह रोज सुबह दस बजे से चुनाव प्रचार करने के लिए घर से निकल जाते हैं और वार्ड स्तर पर घर-घर जाकर सपा सरकार में हुए कामों को गिना रहे हैं। शिवम कहते हैं वह रोज करीब दस घंटे चुनाव प्रचार करते हैं और इस दौरान वह अपने पिता ही दवाइयों से लेकर उनके खानपान का भी ध्यान रखते हैं।
इसी तरह से राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी सरवर मलिक की दो बेटियां उनके चुनाव प्रचार की कमान सँभाल रही हैं। बड़ी बेटी नौशीन अरवन और छोटी बेटी ऊरूज मलिक लखनऊ के अलग-अलग इलाको में महिलाओं के साथ बैठकें कर पिता के लिए समर्थन जुटा रही हैं। यह दोनों लोगों से बसपा और पिता के पक्ष में मतदान करने के साथ ही बदलाव की अपील भी कर रही हैं।