उदयपुर के तितरड़ी गांव में बेटियों के जन्म पर मनाया जाता है जश्न, परिवार को दी जाती है आर्थिक सहायता
By धीरेंद्र जैन | Published: October 27, 2020 09:49 PM2020-10-27T21:49:37+5:302020-10-27T21:49:49+5:30
गांव में हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से बेटी के नाम पर पौधारोपण भी किया जाता है। इस गांव का नाम है तीतरड़ी, जो उदयपुर जिला मुख्यालय से लगभग 8 किमी की दूरी पर स्थित है।
जयपुरः राजस्थान में झीलों की नगरी के नाम से विख्यात ऐतिहासिक नगर उदयपुर में एक ऐसा भी गांव है जहां बेटियों के पैदा होने पर न केवल उत्सव मनाया जाता है।
बल्कि जिस घर में बेटी पैदा होती है उस परिवार को आर्थिक सहायता भी दी जाती है। इसके साथ ही गांव में हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से बेटी के नाम पर पौधारोपण भी किया जाता है। इस गांव का नाम है तीतरड़ी, जो उदयपुर जिला मुख्यालय से लगभग 8 किमी की दूरी पर स्थित है।
गांव में इस अनूठी और अभिनव पहल की शुरूआत गत वर्ष 29 सितंबर को यहां के सिसोदिया परिवार द्वारा की गई और इसके बाद ग्रामीणों और भामाशाह के सहयोग से इस अनूठी पहल के तहत अब तक गांव में पैदा होने वाली 176 बालिकाओं को 5100 रुपए की एफडी बनवाकर दी जा चुकी है।
इसी कड़ी में 26 अक्टूबर को भी गांव की 21 कन्याओं को 5100 रुपए तुलसी का पौधा और ट्री गार्ड भेंट किये गये। इस अभिनव पहल से जहां तितरड़ी गांववासियों में खुशी का माहौल है वहीं अब ये गांव न केवल उदयपुर अपितु प्रदेश के साथ ही देश के लोगो के लिए भी एक मिसाल बनता जा रहा है।
इस पहल की शुरुआत करने वाले राजेंद्र सिंह ने बताया कि देश में जिस तरह से बालिकाओं के जन्म को लेकर एक गलत धारणा बनी हुई थी, उसे तोड़ने के लिए मेरे परिवार और गांव के कुछ सदस्यों द्वारा इस कार्य को शुरू किया गया था।
धीरे-धीरे भामाशाह द्वारा हमें सहयोग मिलता गया। उसी का परिणाम है कि आज गांव में बेटी पैदा होने पर जश्न मनाया जाता है। राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत मुहैया करवाई गई आर्थिक राशि बेटी के बालिग होने पर उसे मिलेगी।