Rajasthan Student Union Result: अध्यक्ष पद पर निर्मल चौधरी जीते, मंत्री मुरारी मीणा की बेटी निहारिका को 1465 वोट से हराया, सीएम गहलोत के गृहक्षेत्र जोधपुर में कांग्रेस संगठन का खाता नहीं खुला
By भाषा | Published: August 27, 2022 06:34 PM2022-08-27T18:34:17+5:302022-08-27T22:45:35+5:30
Rajasthan Student Union Result: कुल मिलाकर राजस्थान के 15 विश्वविद्यालयों व 454 सरकारी महाविद्यालयों में चुनाव हुआ था।
जयपुरः जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर निर्दलीय उम्मीदवार निर्मल चौधरी विजयी रहे। उन्होंने एनएसयूआई से बागी होकर चुनाव लड़ने वालीं निहारिका जोरवाल को 1400 से अधिक मतों से हराया।
चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि उपाध्यक्ष पद पर निर्दलीय अमीषा मीणा, महासचिव पद पर अरविंद जाजड़ा (एबीवीपी), संयुक्त सचिव पद पर धरा कुमावत (एनएसयूआई) ने जीत दर्ज की। निहारिका राज्य के मंत्री मुरारी मीणा की बेटी हैं, जिन्हें पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का करीबी माना जाता है।
एनएसयूआई द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद निहारिका ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। उल्लेखनीय है कि जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में मुख्य मुकाबला नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बीच माना जा रहा था।
विश्वविद्यालय में लगातार पांचवीं बार किसी निर्दलीय उम्मीदवार ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है। अध्यक्ष पद के लिए निर्मल चौधरी को 4043 और निहारिका को 2576 वोट मिले। एनयूएसआई प्रत्याशी रितु बराला 2010 मतों के साथ तीसरे और एबीवीपी प्रत्याशी नरेंद्र यादव 988 मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे। परिणाम घोषित होने के बाद विजेता पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई।
इस बीच, एनएसयूआई ने निहारिका जोरवाल और पांच अन्य को बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए निष्कासित कर दिया है। नवनिर्वाचित अध्यक्ष निर्मल चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वियों ने उन्हें हराने के लिए कई साजिशें रचीं लेकिन युवा शक्ति ने उनके पक्ष में मतदान किया।
चौधरी ने कहा कि वह एक महीने में अपने कार्यों का रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे। वहीं, पराजित उम्मीदवार निहारिका का एक वीडियो बयान भी सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें वह परिणाम के खिलाफ अदालत जाने की बात कह रही हैं। कोरोना महामारी के कारण राज्य में छात्र संघ चुनाव दो साल के अंतराल के बाद हुए है।
राज्य में अन्य विश्वविद्यालयों और सैकड़ों सरकारी महाविद्यालयों में भी छात्र संघ चुनाव के परिणाम शनिवार को जारी किए गए। इस बीच, राज्य में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने छात्र संघ चुनावों के नतीजों पर खुशी जताते हुए कहा है कि छात्र शक्ति ने सरकार के प्रति अपना आक्रोश प्रकट किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस नीत राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘राजस्थान के विश्वविद्यालयों के छात्रसंघ चुनावों में एबीवीपी के सात अध्यक्ष चुने गए हैं जबकि एनएसयूआई को एक भी अध्यक्ष पद नहीं मिला है। राज्य में कांग्रेस के कुशासन से त्रस्त जनता के आक्रोश को छात्रशक्ति ने प्रकट किया है। चाहे तो राज्य सरकार आइना देख ले।’’
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी के सभी विजयी प्रत्याशियों को बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। पूनियां ने कहा, ‘‘छात्रों ने राज्य की अशोक गहलोत नीत सरकार को सिरे से नकार दिया है।
इस सरकार के लिए यह ‘लिटमस टेस्ट’ जैसा था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहक्षेत्र जोधपुर में भी कांग्रेस से संबद्ध छात्र संगठन खाता नहीं खोल पाया और पूरे प्रदेश में भी इनकी स्थिति शून्य रही। यह भविष्य का संकेत है कि 2023 में प्रदेश के विद्यार्थी और नौजवान कांग्रेस के खिलाफ मतदान करेंगे।’’