राजस्थान: आत्मदाह का प्रयास करने वाले साधु विजय दास का निधन, खनन के खिलाफ कर रहे थे आंदोलन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 23, 2022 12:05 PM2022-07-23T12:05:39+5:302022-07-23T13:08:13+5:30
डीग क्षेत्र में खनन गतिविधियों को बंद करने की मांग को लेकर पसोपा में साधु-संतों का आंदोलन चल रहा था। इस आंदोलन के बीच बुधवार को साधु विजय दास ने आत्मदाह का प्रयास किया था।
जयपुरः राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग इलाके में आत्मदाह का प्रयास करने वाले साधु विजय दास का शुक्रवार देर रात नयी दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। घायल साधु को गुरुवार को गंभीर अवस्था में नयी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। नयी दिल्ली में मौजूद पहाड़ी भरतपुर के उपखंड अधिकारी संजय गोयल ने साधु के निधन की पुष्टि की।
संजय गोयल ने कहा, परसो से इलाज दिल्ली में चल रहा था। आज रात 2:30 बजे के करीब इनका निधन हो गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को बरसाने में इनके धाम में ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि साधु विजय दास का शुक्रवार देर रात 2.30 बजे निधन हो गया। पोस्टमार्टम के बाद विजय दास का पार्थिव शहर उत्तर प्रदेश के बरसाना ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा।
उल्लेखनीय है कि डीग क्षेत्र में खनन गतिविधियों को बंद करने की मांग को लेकर पसोपा में साधु-संतों का आंदोलन चल रहा था। इस आंदोलन के बीच बुधवार को साधु विजय दास ने आत्मदाह का प्रयास किया था। विजय दास को गंभीर हालत में इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था।
परसो से इलाज दिल्ली में चल रहा था। आज रात 2:30 बजे के करीब इनका निधन हो गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को बरसाने में इनके धाम में ले जाया जाएगा: भरतपुर SDM संजय गोयल, दिल्ली pic.twitter.com/5IfiHvLLks
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 23, 2022
वहीं भरतपुर से भाजपा सांसद रंजीता कोली ने साधु की मौत को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होने कहा, साधु विजय दास जी का आज निधन हो गया क्योंकि वह 500 दिनों से अधिक समय से धरने पर बैठे थे लेकिन अवैध खनन के मुद्दे पर कोई सुनवाई नहीं हुई। भाजपा विधायक ने कहा, कांग्रेस के शासन में प्रशासन कुछ नहीं कर रही। मुख्यमंत्री जी अपनी सीट बचाने के लिए खनन माफिया का साथ दे रहे हैंं