राजस्थान: बढ़ते अपराधों को लेकर विधानसभा में हंगामा, धारीवाल, कटारिया और राठौड में आरोप-प्रत्यारोप
By धीरेंद्र जैन | Published: July 17, 2019 12:35 AM2019-07-17T00:35:30+5:302019-07-17T00:35:30+5:30
चूरू जिले के सरदारशहर में हिरासत में नेमीचंद की मौत और उसकी भाभी से दुष्कर्म, राजसमंद में हैडकांस्टेबल की हत्या और जयपुर में ओमेक्स सिटी में हुए अपहरण कांड के मामले रह रहकर विधानसभा में गूंजते रहे।
प्रदेश में अपराध से जुड़ी तीन बड़ी घटनाओं की गूंज आज विधानसभा में सुनाई दी। चूरू जिले के सरदारशहर में हिरासत में नेमीचंद की मौत और उसकी भाभी से दुष्कर्म, राजसमंद में हैडकांस्टेबल की हत्या और जयपुर में ओमेक्स सिटी में हुए अपहरण कांड के मामले रह रहकर विधानसभा में गूंजते रहे। संसदीय मंत्री शांति धारीवाल ने तीनों मामलों में एक के बाद एक सरकार का पक्ष रखते हुए अपने उद्बोधन में जयपुर पुलिस की पीठ थपथपाने की कोशिश की। वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने पुलिस और प्रशासन पर नाकामी के आरोप जड़े।
नेमीचंद की हिरासत में मौत पर बोलते हुए धारीवाल ने कहा कि उक्त मामले में जांच न्यायिक अधिकारी से कराई जा रही है और जितनी धाराएं लगाई जा सकती थी पुलिस द्वारा वे लगाई गईं हैं। इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक एवं वृत्ताधिकारी को भी एपीओ किया गया है। इस पर उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि जिस प्रकार मृतक का दाह संस्कार हुआ उससे पुलिस की मिली भगत जाहिर होती है। डाॅक्टर को मौत को हार्ट अटैक से दिखाने का दबाब बनाया गया। राठौड ने 302 और 376 के तहत मामला दर्ज करने और सीबीआई जांच की मांग रखते हुए सस्पेंड पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया यह सवाल पूछा।
संसदीय मंत्री के वक्तव्य के बीच सरदार शहर विधायक भंवरलाल शर्मा ने कहा कि प्रकरण में मृतक की पत्नी के साथ दुष्कर्म और नाखून उखाड़ने की बात को झूठा बताया और कहा कि इस मामले में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड के रिश्तेदारों का हाथ है। नेता प्रतिपक्ष ने जब पूछा कि इस मामले में रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की गई इस पर धारीवाल ने कहा कि जब इस मामले में रिपोर्ट ही नहीं दी गई तो मामला किस आधार पर दर्ज किया जाता। तो कटारिया ने कहा कि निचले स्तर पर कार्यवाही नहीं होने के कारण पीड़िता को डीजीपी तक आने को विवश होना पड़ा।राजसमंद में हेडकांस्टेबल की हत्या के मामले में जवाब देते हुए शाति धारीवाल ने कहा कि उक्त मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छह में से चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और शेष की तलाश जारी है और वे भी जल्द ही पुलिस की हिरासत में होंगे।
जयपुर में तीन बंधकों को मुक्त कराये जाने के मामले में धारीवाल ने जयपुर पुलिस की पीठ ठोकी और 400 पुलिसकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरी रात 600 फ्लेट्स की तलाशी लेकर बंधकों को छुड़ाया। धारीवाल ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष स्वयं गृहमंत्री रह चुके हैं तो क्या में इस मामले में पुलिस की एफिसिएंसी की सराहना नहीं करेंगे।