Rajasthan Rajya Sabha Election 2022: विधायक और युवा कांग्रेस अध्यक्ष गणेश घोघरा ने दिया इस्तीफा, राज्यसभा चुनाव से पहसे सीएम गहलोत को झटका, जानें वजह
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 18, 2022 08:04 PM2022-05-18T20:04:28+5:302022-05-18T20:05:35+5:30
Rajasthan Rajya Sabha Election 2022: कांग्रेस विधायक और युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा ने बुधवार को अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेज दिया।
Rajasthan Rajya Sabha Election 2022: राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। उदयपुर में चिंतन शिविर के एक सप्ताह के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए भी झटका से कम नहीं है। गहलोत के समर्थक माने जाने वाले विधायक और युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा ने इस्तीफा दे दिया।
विधानसभा में डूंगरपुर का प्रतिनिधित्व करने वाले युवा कांग्रेस अध्यक्ष गणेश घोगरा ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि सत्तारूढ़ दल के विधायक होने के बावजूद उनकी अनदेखी की जा रही है। जब वह लोगों की समस्याओं को उठाते हैं तो प्रशासन "सुनता नहीं है।" उन्होंने इस्तीफा पत्र अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा गया है।
सूत्रों ने कहा कि भूमि वितरण को लेकर कुछ मुद्दे थे, जहां स्थानीय अधिकारियों ने विधायक पर ध्यान नहीं दिया। विधायक ने अपने खिलाफ डूंगरपुर जिले में हंगामा करने का मामला दर्ज होने के बाद यह कदम उठाया है। आधिकारिक सूत्रों ने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए बताया कि ‘‘घोघरा ने आज मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेजा है।’’
कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा का फोन बंद होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका। त्यागपत्र में घोघरा ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के विधायक और यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद उनकी उपेक्षा की जा रही है और स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों द्वारा उनकी आवाज को दबाया जा रहा है।
स्थानीय तहसीलदार की ओर से मंगलवार देर रात डूंगरपुर के सदर थाने में कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 186 (किसी भी लोक सेवक को उसके सार्वजनिक कार्यो के निर्वहन में बाधा डालना), 143 (गैर कानूनी सभा), 342 (गलत बंधक बनाना), 347 (संपत्ति की जबरन वसूली के लिये गलत बंधक बनाना या अवैध कार्य के विवश करना) और 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिये हमला) के तहत मामला दर्ज करवाया गया था।
पुलिस ने बताया कि प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान मंगलवार को स्थानीय लोगों की भीड़ ने पंचायत भवन में उपखंड अधिकारी (एसडीएम) और तहसीलदार सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों को बंद कर दिया था। अभियान के तहत लीज जारी करने सहित विभिन्न कार्य किये जाते है।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उन्होंने पूर्व में आयोजित अभियान में पट्टे के लिये आवेदन किया था लेकिन अभी तक पट्टे जारी नहीं किए गए है।इसका विरोध करते हुए लोगों ने अधिकारियों को पंचायत भवन में बंद कर दिया था। बाद में कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा पंचायत भवन पहुंचे और स्थानीय लोगों के साथ धरने पर बैठ गए जबकि अधिकारी अंदर ही बंद थे।
कुछ देर बाद जब जिला कलेक्टर ने मामले में हस्तक्षेप किया तो गतिरोध समाप्त हुआ और अधिकारियों को छोड दिया गया। इसके बाद कल रात तहसीलदार ने स्थानीय थाने में शिकायत की जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। सदर थानाधिकारी हजारी लाल मीणा ने बताया कि प्राथमिकी में विधायक घोघरा समेत 11 लोगों खिलाफ नामजद और 56-60 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है।
(इनपुट एजेंसी)