केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ 884 करोड़ के घोटाले की होगी जांच, नेता ने किया था दावा- गहलोत करना चाहते हैं बदनाम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 23, 2020 12:27 PM2020-07-23T12:27:58+5:302020-07-23T12:27:58+5:30
राजस्थान में सत्ता के लिए रस्साकशी के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED ) ने कथित उर्वरक घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में बुधवार (22 जुलाई) को देश भर में की गई कार्रवाई के तहत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के परिसरों में भी छापे मारे थे। इस घटना के एक दिन बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ एक घोटाले के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।
जयपुर: राजस्थान में सत्ता के लिए रस्साकशी के बीच राजस्थान कोर्ट (Rajasthan Court) ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) और उनके सहयोगियों के खिलाफ कथित रूप से 884 करोड़ रुपये के 'संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी' घोटाले (Sanjivini Credit Cooperative Society scam) में जांच के आदेश दिए हैं। जयपुर कोर्ट ने राजस्थान पुलिस को उस शिकायत की जांच के निर्देश दिए हैं जिसमें क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं। यह घटनाक्रम कांग्रेस के इन आरोपों के बीच सामने आया है कि अशोक गहलोत की सरकार को गिराने में गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हैं।
SOG ने आडियो क्लिप्स को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भेजा है नोटिस
विशेष ऑपरेशंस समूह (SOG) ने उन ऑडियो क्लिप्स की जांच के संबंध में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पहले ही नोटिस भेज रखा है जिसमें कथित तौर पर कांग्रेस के विधायकों को लालच देने की कोशिशों के संकेत मिले हैं। अतिरिक्त जिला न्यायाधीश पवन कुमार ने मंगलवार (21 जुलाई) को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत को बीजेपी नेता के खिलाफ शिकायत को एसओजी के पास भेजने के निर्देश दिए।
Rajasthan Court orders investigation against Union Minister Gajendra Singh Shekhawat and his associates in the alleged Rs 884 Cr 'Sanjivini Credit Cooperative Society' scam.
— ANI (@ANI) July 23, 2020
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केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की पत्नी का भी नाम घोटले में शामिल
संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में शिकायत में गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ ही उनकी पत्नी और अन्य के नाम भी शामिल हैं। इस घोटाले में हजारों निवेशकों ने कथित तौर पर करीब 900 करोड़ रुपये गंवाए। एसओजी की जयपुर ईकाई पिछले साल से इस घोटाले की जांच कर रही है। इस संबंध में प्राथमिकी 23 अगस्त 2019 को दर्ज की गई थी।
एसओजी ने मामले के संबंध में दाखिल आरोपपत्र में शेखावत का जिक्र नहीं किया। बाद में एक मजिस्ट्रेट अदालत ने आरोपपत्र में उनका नाम शामिल करने की एक अर्जी भी खारिज कर दी। इसके बाद याचिकाकर्ताओं ने अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की अदालत का रुख किया।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का दावा- बदनाम करना चाहते हैं सीएम अशोक गहलोत
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था कि उन्होंने अशोक गहलोत के बेटे को हराया था इसलिए उन्हें बदनाम करना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था कि अशोक गहलोत उनके कंधे पर बंदूक रखकर सचिन पायलट को निशाना बना रहे हैं। बीजेपी ने भी विवादास्पद ऑडियो टेप मामले में गजेन्द्र सिंह शेखावत पर लगे आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि कांग्रेस उन्हें षड्यंत्र के तहत बदनाम करने की साजिश की जा रही है।
ED ने मुख्यमंत्री गहलोत के भाई के परिसरों पर एक दिन पहले मारा छापा
प्रवर्तन निदेशालय (ED ) ने कथित उर्वरक घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में बुधवार (22 जुलाई) को देश भर में की गई कार्रवाई के तहत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के परिसरों में भी छापे मारे थे। कांग्रेस ने अग्रसेन गहलोत को निशाना बनाने वाले इन छापों को राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार गिराने की उसकी कथित कोशिश करार दिया।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपने इस देश में 'रेडराज' पैदा किया हुआ है। आपके इस 'रेडराज' से राजस्थान डरने वाला नहीं। आपके 'रेडराज' से राजस्थान की आठ करोड़ जनता घबराने वाली नहीं है।’’
(समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)