कोरोना में पुलिसकर्मियों की भूमिका पर लोगों ने कहा- उन्होंने निभाई अभिभावक की भूमिका
By रामदीप मिश्रा | Published: September 10, 2020 07:08 AM2020-09-10T07:08:36+5:302020-09-10T07:08:36+5:30
डॉ. यादव ने बताया कि 2 सप्ताह चले इस सर्वे में कुल 25 जिलों के 153 लोगों ने भाग लिया। सर्वे में भाग लेने वाले सदस्यों की आयु 18 से 65 वर्ष के बीच थी। सर्वे में भाग लेने वाले उत्तरदाताओं ने निर्धारित प्रश्नावली के अनुसार गूगल फार्म भरकर सवालों के जवाब दिए।
जयपुरः कोरोना के दौरान राजस्थान पुलिस ने अभिभावक की भूमिका निभाई। आमजन में पुलिस का भय कम होकर पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है। पुलिस ने सच्चे प्रहरी के रूप में अपने व अपने परिवार की परवाह किए बिना दिन रात कार्य किया। महिला पुलिस कर्मियों ने भी अपना जीवन दाव पर लगाकर लोगों का जीवन बचाने के लिए लोकहित में अनेक संवेदनशील उदाहरण प्रस्तुत किये हैं।
इस तरह की अनेक सकारात्मक टिप्पणियां कोरोना काल के दौरान पुलिस की भूमिका के बारे में आयोजित एक सर्वेक्षण में प्रकट की गईं। यह ऑनलाइन सर्वेक्षण एसएमएस मेडिकल कॉलेज के जेकेलोन अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर शिशु रोग डॉ. योगेश यादव एवं संयुक्त निदेशक प्रचार पुलिस मुख्यालय गोविन्द पारीक ने संयुक्त रूप से किया।
डॉ. यादव ने बताया कि 2 सप्ताह चले इस सर्वे में कुल 25 जिलों के 153 लोगों ने भाग लिया। सर्वे में भाग लेने वाले सदस्यों की आयु 18 से 65 वर्ष के बीच थी। सर्वे में भाग लेने वाले उत्तरदाताओं ने निर्धारित प्रश्नावली के अनुसार गूगल फार्म भरकर सवालों के जवाब दिए। उत्तरदाताओं की गोपनीयता का भी पूरा ध्यान रखा गया है।
सर्वे में होने शामिल होने वाले लोगों में 55 प्रतिशत लोग स्नातकोत्तर, 35 प्रतिशत स्नातक एवं 8 प्रतिशत स्कूली शिक्षा ही ले पाए थे। इसके अलावा 2 प्रतिशत लोग अशिक्षित थे। सर्वे में 13 प्रतिशत महानगरी पृष्ठभूमि से थे एवं 24 प्रतिशत शहरी, 10 प्रतिशत कस्बाई व 53 प्रतिशत लोग ग्रामीण पृष्टभूमि के थे।
सर्वे के दौरान उत्तरदाताओं ने पुलिसकर्मियों को असली कोरोना वारियर और असली हीरो बताया है और संकट के समय उनकी कार्यप्रणाली को सराहा है। एक उत्तरदाता ने कोरोना काल के दौरान पुलिस में आमजन के बढ़े विश्वास को बनाए रखने को पुलिस के समक्ष एक बड़ी चुनौति बताया है।
सर्वे में पूछे गए सवाल में 65 प्रतिशत लोगों को लॉकडाउन एवं अनलॉक के दौरान पुलिसकर्मियों से डर नहीं लगा जबकि 35 लोगों को लोगों के दौरान पुलिसकर्मियों से डर महसूस हुआ। एक अन्य सवाल के जवाब में लगभग 92 प्रतिशत लोगों ने माना कि लॉकडाउन के दौरान अपराध कम हुए।
सर्वे में पूछे गए सवाल के जवाब के अनुसार 77 प्रतिशत लोगों ने माना कि कोरोना के दौरान पुलिस की साख बढ़ी है। जबकि 15 प्रतिशत लोगों ने बताया कि पुलिस के साख उनके मन में पहले जैसी है। शेष 8 प्रतिशत लोगों ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।