राजस्थानः फिल्म 'पानीपत' का विरोध जारी, सिनेमाघरों ने प्रदर्शन रोका, हनुमान बेनीवाल ने पोस्टर फाड़ा
By प्रदीप द्विवेदी | Published: December 11, 2019 05:54 AM2019-12-11T05:54:10+5:302019-12-11T05:54:10+5:30
फिल्म पानीपत के विरोध में जयपुर, भीलवाड़ा, कोटा आदि कई शहरों में प्रदर्शन हुए, तो प्रदेश के करीब पांच दर्जन सिनेमाघरों में से कई में फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया.
राजस्थान में निर्देशक आशुतोष गोवारीकर की फिल्म- पानीपत को लेकर विवाद जारी है और जाट समाज के अलावा कई और समाज के नेताओं ने भी इस विषयक विरोध दर्ज करवाया है. पानीपत फिल्म का शुरू से ही विरोध कर रहे सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग उठाई. इतना ही नहीं, उन्होंने संसद परिसर में फिल्म पानीपत के पोस्टर भी फाड़े और फिल्म से विवादित हिस्से नहीं हटाने पर देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी.
फिल्म के विरोध में जयपुर, भीलवाड़ा, कोटा आदि कई शहरों में प्रदर्शन हुए, तो प्रदेश के करीब पांच दर्जन सिनेमाघरों में से कई में फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया.
फिल्म पानीपत में भरतपुर के महाराजा सूरजमल के प्रस्तुतीकरण को लेकर राजस्थान में खासी नाराजगी है. जहां जाट समाज के साथ राजपूत समाज भी प्रदर्शन में आगे आया है, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इस विषयक अपनी प्रतिक्रिया पहले ही दे दी थी.
उनका कहना था कि- फिल्म में महाराजा सूरजमल जी के चित्रण को लेकर जो प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, ऐसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए थी... सेंसर बोर्ड इसमें हस्तक्षेप करे और संज्ञान ले. डिस्ट्रीब्यूटर्स को चाहिए कि फिल्म के प्रदर्शन को लेकर जाट समाज के लोगों से अविलम्ब संवाद करें.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तो अपना विरोध दर्ज करवा ही दिया था, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का भी कहना था कि- महाराजा सूरजमल का जो चित्रण किया गया है, वो निंदनीय है. इतिहास के साथ अक्सर इस तरह की छेड़छाड़ होती आई है, जिसे रोका जाना चाहिए और भविष्य में ऐसा नहीं हो, इसके इंतजाम भी होने चाहिए.