Rajasthan Crisis: प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, अशोक गहलोत सीएम पद से नहीं देंगे इस्तीफा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 28, 2022 05:02 PM2022-09-28T17:02:08+5:302022-09-28T17:50:23+5:30
अशोक गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि अशोक गहलोत सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे और वो इस संकट पर चर्चा के लिए आज शाम आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली जा रहे हैं।
जयपुर: राजस्थान कांग्रेस विवाद में आज उस समय नया मोड़ आ गया, जब गहलोत खेमे के प्रमुख नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे। गहलोत सरकार में मंत्री खाचरियावास ने बुधवार को कहा कि अशोक गहलोत आज शाम में दिल्ली जाएंगे और पार्टी आलाकमान के सामने 102 विधायकों की मंशा स्पष्ट करेंगे और उस चर्चा के आधार पर आगे की बात तय होगी।
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सूबे में हो रही सियासी उठा-पटक को देखते हुए दिल्ली जाने का फैसला किया है। समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक खाचरियावास ने कहा, "अशोक गहलोत 102 विधायकों के अभिभावक हैं। हमने उन्हें अपनी राय बता दी है। अब उनका कर्तव्य है कि वो हमारी भावनाओं को आलाकमान तक पहुंचाएं और उन्होंने हम विधायकों से वादा किया है कि वो केंद्रीय नेतृत्व के सामने विधायकों की मांग रखेंगे।”
इसके साथ ही बागी विधायकों की अगुवाई कर रहे मंत्री प्रताप सिंह ने यह भी कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत नामांकन दाखिल करेंगे या नहीं, इसके बारे में केवल अशोक गहलोत या केंद्रीय नेतृत्व को पता है लेकिन गहलोत के अध्यक्ष बनने की सूरत में राजस्थान कांग्रेस के विधायक नहीं चाहते कि 2020 में मानेसर की सैर करने वालों को आला कमान राजस्थान की कमान सौंपे।"
मालूम हो कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस के संभावित अध्यक्ष होने और उस सूरत में उनके द्वारा सीएम पद छोड़े जाने पर विवाद बना हुआ है। गहलोत के प्रति वफादार माने जाने वाले प्रताप सिंह खाचरियावास का दावा है कि 90 से अधिक विधायक सचिन पायलट की संभावित ताजपोशी के विरोध में इस्तीफा दे सकते हैं।
इस विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि राजस्थान से दिल्ली तक कांग्रेस में भारी तुपान मच गया। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी लगातार प्रयास कर रही हैं कि इस संकट से राजस्थान कांग्रेस को बाहर निकाला जाए और इसके हल के लिए वो केसी वेणुगापोल, कमलनाथ और एके एटंनी को दिल्ली बुला चुकी हैं। वहीं सचिन पायलट भी दिल्ली में मौजूद हैं और कांग्रेस आलाकमान उनके और गहलोत के बीच पैदा हुए तल्ख रिश्तों को नरम करने का प्रयास कर रहा है।