राजस्थानः सीएम गहलोत ने कहा- देश में सूचना एवं संचार क्रांति राजीव गांधी की देन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 20, 2019 05:39 AM2019-08-20T05:39:45+5:302019-08-20T05:39:45+5:30
देश की जनता यह जानती है कि पं. नेहरू, इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी जैसे व्यक्तित्वों का योगदान कितना बड़ा है. सच्चाई हमेशा जीतती है, जो लोग इतिहास को तोड़ने-मरोेडने की कोशिश कर रहे हैं वे कभी अपना इतिहास नहीं बना पाएंगे.
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की सोच और उपलब्धियों को युवाओं तक ले जाने के इरादे से प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम शुरू किया है. रविवार को सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया था कि- पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्मदिवस 20 अगस्त को है. उनका 75वां जन्मदिवस है, असेंबली में मैंने अनाउंस किया था कि साल भर हम उनकी जयंती मनाएंगे. हमने तय किया है, उनके द्वारा किए गए कार्य और उनकी सोच को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए साल भर प्रोग्राम किए जाते रहेंगे, जिसकी शुरुआत बिड़ला ऑडिटोरियम से हो रही है.
राजीव गांधी की 75वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को बिडला ऑडिटोरियम में राजस्थान इनोवेशन विजन (राजीव) के राज्य स्तरीय समारोह में ‘सूचना क्रांति एवं स्टार्ट अप संगोष्ठी‘ को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि- कंप्यूटर के माध्यम से संचार एवं सूचना क्रांति लाने वाले महान् नेता और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने देश को 21वीं सदी में ले जाने का सपना देखा था. आज भारत सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व में एक बड़ी ताकत के रूप में जाना जाता है, वह राजीव गांधी की दूरदर्शिता, उनकी वैज्ञानिक सोच तथा पक्के इरादे का ही परिणाम है.
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में शामिल करने के लिए 6 मिशन बनाए और मिशन मोड पर काम शुरू किया. उन्होंने देश को कंप्यूटर के जरिए सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़ा. कुछ लोगों ने उस समय उनकी इस प्रगतिशील सोच का विरोध भी किया. लेकिन परिणाम सबके सामने है. आज हर हाथ में मोबाइल है, घर-घर में कंप्यूटर पहुंच चुका है, गांव-ढ़ाणी में इंटरनेट के माध्यम से सरकारी सेवाएं पहुंच रही हैं और हमारे नौजवान आईटी के क्षेत्र में कामयाबी के झंडे गाड़ रहे हैं. यह परिवर्तन राजीव गांधी के विजन से संभव हुआ.
सीएम गहलोत ने कहा कि- केवल 40 वर्ष की उम्र में देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी ने अल्प कार्यकाल में ही अपनी विजनरी सोच से देश को आगे ला खडा किया. उनका सपना था कि दुनिया में हमारे नौजवानों की अलग पहचान कायम हो. आज दुनिया के बड़े-बड़े देशों में हमारे युवा उद्यमशीलता एवं तकनीक के दम पर वहां की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहे हैं.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के सपने को साकार करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. स्टार्टअप तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमारे नौजवान कुछ नया करना चाहते हैं तो सरकार का उन्हें हमेशा सहयोग मिलेगा. उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे राजीव गांधी की जीवनी पढ़ें और आधुनिक भारत के निर्माण में उनके योगदान के बारे में जानें. देश में प्यार, मोहब्बत और भाईचारा कायम रहे, यह युवाओं की सोच होनी चाहिए.
दक्षिण राजस्थान के आदिवासी क्षेत्र में काफी समय और ध्यान देने वाले एकमात्र पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के राजस्थान के प्रति लगाव का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि- वे प्रधानमंत्री बनते ही राजस्थान के आदिवासियों की पीड़ा को समझने के लिए पहुंचे थे. जब 1987-88 में प्रदेश भयंकर अकाल की चपेट में था तो उन्होंने तीन दिन तक 9 जिलों के दौरे किए, गांव-गांव, ढ़ाणी-ढाणी घूमे और अकाल पीड़ितों की भरपूर मदद की.
काम के प्रति उनके समर्पण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने जोधपुर लिफ्ट केनाल के काम की प्रधानमंत्री कार्यालय के स्तर से लगातार मॉनिटरिंग की, इसी का परिणाम रहा कि पश्चिमी राजस्थान का यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट समय पर तैयार हो पाया. उनके योगदान को देखते हुए ही राज्य सरकार ने इसका नामकरण स्व. राजीव गांधी के नाम पर किया.
इस मौके पर नेहरू-गांधी परिवार के विरोध में चल रहे सियासी बयानों का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि बड़े-बड़े बांध, कारखानों, आईआईटी, आईआईएम, इसरो जैसे प्रतिष्ठित संस्थान स्थापित कर आधुनिक भारत की नींव रखने वाले पं. नेहरू जैसे महान व्यक्तित्व के योगदान को सोशल मीडिया के माध्यम से नकारने की मुहिम चलाई जा रही है, लेकिन इस देश की जनता यह जानती है कि पं. नेहरू, इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी जैसे व्यक्तित्वों का योगदान कितना बड़ा है. सच्चाई हमेशा जीतती है, जो लोग इतिहास को तोड़ने-मरोेडने की कोशिश कर रहे हैं वे कभी अपना इतिहास नहीं बना पाएंगे.
इससे पहले मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि स्व. राजीव गांधी के व्यक्तित्व तथा एतिहासिक कार्यों को आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा उनकी 75वीं जयंती के अवसर पर राजस्थान इनोवेशन मिशन (राजीव) के तहत वर्षभर चलने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला में यह आयोजन किया जा रहा है.