एक साथ जलीं 21 रिश्तेदारों की चिताएं, काल के गाल में समा गईं बारातियों की खुशियां, पसरा मातम, पीएम मोदी ने व्यक्त किया दुख
By गुणातीत ओझा | Published: February 27, 2020 12:42 PM2020-02-27T12:42:50+5:302020-02-27T12:42:50+5:30
मरने वालों में से 21 आपस में रिश्तेदार थे, जिनका अंतिम संस्कार भी एक साथ हुआ। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी हादसे की सूचना पाकर कोटा पहुंचे।
राजस्थान के बूंदी बस हादसे में मारे गए 24 लोगों के शवों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। दुख के इस पल में सभी की आंखें नम हो गईं। 24 मरने वालों में 21 अपस में रिश्तेदार थे। सभी एक साथ भात की रस्म में जा रहे थे और काल के गाल में समा गए। राजस्थान के बूंदी जिले के कोटा-दौसा राजमार्ग पर बुधवार को सुबह हुए हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई थी। घटना पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी। अंतिम संस्कार के वक्त लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी वहां मौजूद थे।
बस में कम से कम 29 लोग सवार थे और वह कोटा से सवाई माधोपुर जा रही थी, उसी दौरान बस के चालक श्याम सिंह का नियंत्रण वाहन से हट गया और बस नदी में जा गिरी। पुलिस ने बताया कि यह घटना लखेरी पुलिस थाना क्षेत्र में पड़ने वाले पापड़ी गांव के पास की है। यह बस पुल से नदी में जा गिरी। पुल पर न कोई दीवार थी और न ही रेलिंग। 13 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी जिसमें चालक भी शामिल है। वहीं 11 अन्य लोगों की मौत लखेरी शहर के एक अस्पताल में हुई। पुलिस ने बताया कि 24 शवों का पोस्टमार्टम एक सरकारी अस्पताल में हुआ। कोटा के किशोरपुरा मैदान में 21 मृतकों का सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया जबकि दो को बारन जिले के पलायथा और एक को कोटा के श्रीनाथपुरम भेज दिया गया। चार वर्ष के एक बच्चे के शव को दफना दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘राजस्थान के बूंदी में बस के नदी में गिरने की खबर से बेहद दुख हुआ है। हादसे में कई लोगों की जान चली गई। दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिजनों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’