राजस्थान चुनावः BJP ये प्रत्याशी करने जा रही घोषित, लेकिन कांग्रेस देगी अपने उम्मीदवारों को तगड़ा झटका
By अनुभा जैन | Published: November 1, 2018 03:38 PM2018-11-01T15:38:59+5:302018-11-01T15:38:59+5:30
तीन स्तरीय सर्वे के आधार पर जिनमें मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान फीडबैक लेकर, भाजपा ने संगठन स्तर पर और केंद्रीय नेतृत्व स्तर पर संबंधित विधानसभा सीट पर विधायक की लोकप्रियता, काम और क्षेत्र में पकड़ के हिसाब से नाम तय किये गये है।
राजस्थान विधानसभा के आगामी चुनावों में सीटों पर भाजपा कोर कमेटी कि बैठक में प्रत्याशियों के नाम तय किये गये हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश भाजपा कोर कमेटी और चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्यों ने दो दिन मंथन कर प्रदेश के 200 विधानसभा सीटों पर दावेदारों के नामों पर अंतिम मंथन कर व नाम तय कर पैनल केंद्रीय चुनाव समिति को अंतिम निर्णय के लिये भेजा है। हालांकि 200 विधानसभा सीटों में कुछ सीटों पर दो या तीन प्रत्याशियों का पैनल बनाकर भी भेजा है। पैनल को लेकर विधानसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर और चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक गजेन्द्र सिंह शेखावत दिल्ली रवाना हो गये हैं।
निर्विरोध नामों पर बीजेपी की नजर
भाजपा ने प्रत्याशियों की सूची में ऐसे नाम घोषित करें है जो निर्विरोध है। तीन स्तरीय सर्वे के आधार पर जिनमें मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान फीडबैक लेकर, भाजपा ने संगठन स्तर पर और केंद्रीय नेतृत्व स्तर पर संबंधित विधानसभा सीट पर विधायक की लोकप्रियता, काम और क्षेत्र में पकड़ के हिसाब से नाम तय किये गये है। इस पैनल को कल होने वाली संसदीय बोर्ड की बैठक में निर्णय के लिये रखा जायेगा। प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर संसदीय बोर्ड लगाएगा।
40 सीटों के लिए इन प्रत्याशियों के नाम लगभग तय
वसुंधरा राजे - झालरापाटन, गुलाब चंद कटारिया - उदयपुर शहर, किरण माहेश्वरी - राजसमंद कालीचरण सराफ - मालवीय नगर (जयपुर), राजपाल सिंह शेखावत - झोटवाड़ा (जयपुर), अरुण चतुर्वेदी - सिविल लाइंस (जयपुर), अशोक परनामी - आदर्श नगर (जयपुर), सतीश पूनिया - आमेर (जयपुर), रामलाल शर्मा - चैमू (जयपुर), श्रीचंद कृपलानी - निंबाहेड़ा, वासुदेव देवनानी - अजमेर उत्तर, अनिता भदेल - अजमेर दक्षिण, प्रहलाद गुंजल - कोटा उत्तर, ओम बिड़ला समर्थक - कोटा दक्षिण, गजेंद्र सिंह खींवसर - लोहावट, कैलाश चैधरी - बायतू, ज्ञानचंद पारख - पाली, पुष्पेंद्र सिंह - बाली, राजकुमार रिणवा - रतनगढ़, रामसिंह कस्वा परिवार - सादुलपुर, नरेंद्र नागर - खानपुर, शुभकरण चैधरी - उदयपुरवाटी, विजय सिंह - नावां, बाबू सिंह राठौड़ - शेरगढ़, जोगाराम पटेल - लूणी, सिद्धि कुमारी - बीकानेर पूर्व, डॉ विश्वनाथ - खाजूवाला, देवी सिंह भाटी व परिवार - कोलायत, विजय बंसल - भरतपुर शहर, कृष्णेंद्र कौर दीपा व परिवार - नदबई, अनीता गुर्जर - नगर, ललित मीणा - किशनगंज, अजय सिंह किलक - डेगाना, भैराराम सियोल - ओसियां, सुरेंद्र गोयल - जैतारण, प्रेम सिंह बाजोर - नीम का थाना, ज्ञानदेव आहूजा - रामगढ़ अलवर, हेमसिंह भड़ाना - थानागाजी, मानसिंह - परवतसर, झाबर सिंह खर्रा -श्रीमाधोपुर
दो बार हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशी को नहीं मिलेगा टिकट
इधर कुमारी शैलजा की अध्यक्षता में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में यह तय किया गया है कि मध्य प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी लगातार दो विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों को 2018 में टिकट नहीं मिलेगा। इसके लागू होते ही दो दर्जन कांग्रेस के नेता टिकट की दौड़ से बाहर हो जाएंगे। इसमें कांग्रेस के दो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल है। जबकि उम्रदराज और लंबे अंतराल से हारने वाले प्रत्याशियों पर राइडर लगाने पर सहमति नहीं बन पाई, ऐसे में इसे छोड़ दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में दो बार हारे हुए, 70 साल से अधिक आयु वाले नेताओं, सांसद का चुनाव लड़े चुके नेताओं और बड़े अंतराल से पिछले चुनाव में हारने वाले प्रत्याशियों को लेकर मंथन किया गया था।
लगातार दो चुनाव हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशी
बीडी कल्ला-बीकानेर वेस्ट, डा.सीएस बैद-तारानगर, रामचंद सराधना-विराटनगर, आलोक बेनीवाल-शाहपुरा, विक्रम सिंह शेखावत विद्याधरनगर, दीपचंद कटारिया-किशनगढ़बास, नरेंद्र शर्मा-अलवर, जुबेर खान-रामगढ़, रमेश खींची-कठुमर, गिरीश चैधरी-नदबई, निर्भय लाल-बयाना, बनवारी लाल शर्मा-धौलपुर, डॉ. चद्रभान-मंडावा एवं मालपुरा, गोपाल बाहेती-अजमेर उत्तर से, रिछपाल सिंह-मिर्धा डेगाना से, खुशवीर सिंह-मारवाड़ जंक्शन, उम्मेद सिंह-राठौड़ शेरगढ़, संयम लोढ़ा-सिरोही, हरी सिंह राठौड़-राजसमंद, ममता शर्मा-बूंदी, नईमुद्दीन गुड्डू-लाडपुरा से, मीनाक्षी चंद्रावत-झालरापाटन व खानपुर।